फरीदकोटः जिले में पुलिस पर शैलर मालिकों ने गंभीर आरोप लगाए है। बताया जा रहा हैकि पुलिस द्वारा धक्केशाही करने के आरोप लगाए हुए शैलर मालिकों ने मौके की वीडियो बनाकर वायरल कर दी है। वहीं शैलर अंदर घुसे पुलिस कर्मियों की वीडियो वायरल होने के बाद शैलर मालिक भी सामने आ गए है। शैलर मालिकों का आरोप है कि कथित तौर पर फरीदकोट पुलिस उनपर शेलर में हाइब्रिड धान लगाने का दबाव बना रही है। वहीं, पुलिस प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। मामला फरीदकोट के मचाकी कलां स्थित बालाजी शैलर से सामने आया है।
जहां शैलर मालिक से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि कल गांव शेर सिंह वाला की अनाज मंडी से 2 ट्रक धान के शैलर पर आए थे। जिसमें ऊपर उचित गुणवत्ता का धान तथा नीचे हाइब्रिड धान लगाया गया। उन्होंने कहा कि हाइब्रिड धान के चावल को एफसीआई नहीं लेती। क्योंकि इसके चावल की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है और अन्य किस्मों की तुलना में इस धान की उपज में 45 प्रतिशत टोटा (काण) होती है। जिसके चलते कोई भी शैलर मालिक इस धान को एग्रिमेंट के मुताबिक अपने शैलर में नहीं लगाएगा। उन्होंने कहा कि जब हमने इस ट्रक को रोका तो फरीदकोट पुलिस के एक डीएसपी 10/12 अन्य पुलिस कर्मियों के साथ अपने शेलर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पुलिस के दबाव के कारण हम काम नहीं कर सकते।
इस मौके पर शैलर एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि फरीदकोट प्रशासन पुलिस दबाव बनाकर शैलर मालिकों पर दबाव बनाकर प्रतिबंधित धान की शैलर खरीद करवा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की यह दादागिरी बर्दाश्त करने के योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही किसान संगठन लगातार कह रहे हैं कि शैलर मालिक धान काट रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति सामने आकर सबूत दें कि फरीदकोट में किसी शेलर ने कटान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि समझौता हो गया है और काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने उन्हें धमकाने की कोशिश की तो वे इस मामले को अपनी राज्य कमेटी के पास ले जाएंगे और राज्य स्तर पर दोबारा हड़ताल की जा सकती है।