कपूरथलाः जिले की सब डिवीज़न सुल्तानपुर लोधी के थाने में तैनात एएसआई को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, एएसआई पर 2 युवकों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित युवकों का आरोप है कि उन्हें एएसआई द्वारा अवैध रूप से हिरासत में रखा गया और उनके साथ मारपीट, गाली-गलौज व अश्लील हरकते की गई। इस संबंध में पीड़ितों ने मानवाधिकार आयोग, डीजीपी पंजाब और एसएसपी कपूरथला को भी शिकायत भेजी है। वहीँ दूसरी तरफ आरोपी एएसआई ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए जांच करवाने की बात कही है।
वहीँ एसएसपी कपूरथला गौरव तूरा ने मामले की जांच किए जाने की बात कही है। सिविल अस्पताल सुल्तानपुर लोधी में उपचाराधीन आशु चड्ढा और चेतन शर्मा ने मिडिया को बताया कि आशु को किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवानी थी, जब वह थाने पहुंचे तो वहां एएसआई बलदेव सिंह मिले जो हमें अपने कमरे में ले गया। उन्होंने उनकी बात सुनने के बाद राजीनामे के लिए एक लाख रुपए की मांग की और कहा कि वह राजीनामा करा देंगा।
जब युवकों ने बताया कि उन्हें किसी से 4 लाख रुपए लेने हैं, तो एएसआई का व्यवहार अचानक बदल गया। आरोप है कि इसी बीच एएसआई बलदेव सिंह ने हमारे साथ बदसलूकी शुरू कर दी। हमें ऐसा लगा जैसे उसने कथित तौर कोई नशा किया हो, वह हमारे साथ बदतमीजी करने लगा और कपड़े उतारने को कहने लगा, और अश्लील हरकते की। जिसका उसने विरोध किया। उसके बाद थानेदार पुलिस प्रमुख के कार्यालय के पास ले गया। जहाँ उसने कहा आप हमें धक्का देकर अंदर ले गए। जहां उसने हमारे साथ मारपीट की और गाली-गलौज की।
पीड़ित युवकों ने कहा कि इस घटना में बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही थी। और हम घर जाने की बजाये काली वई में कूदने के बारे में सोचने लगे, फिर हमने अपने परिवार के बारे में सोचा, हमारे परिवार का क्या होगा, हमने यह पूरी घटना अपने परिवार को बताई। अब हम प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि हमें न्याय दिया जाए और इस एएसआई के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।
हमने इस संबंध में मानवाधिकार आयोग, डीजीपी पंजाब और एसएसपी कपूरथला को भी लिखित शिकायत भेजी है। दूसरी ओर एएसआई बलदेव सिंह से मीडिया से बात करते हुए अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं। मैंने ऐसी कोई हरकत नहीं की, वे सिर्फ मेरे पास शिकायत दर्ज कराने आए थे।मेरे पर लगाए जा आरोप झूठे हैं और मेरी समाज में शिवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है।