जालंधर: महानगर के वार्ड नंबर 22 से दो बार कांग्रेस के पार्षद रह चुके पलनी स्वामी ने आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रमुख अमन अरोड़ा, मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और गुरमीत सिंह ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। पलनी स्वामी पिछले 15 सालों से कांग्रेस के सक्रिय सदस्य थे, लेकिन अब उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।
क्यों छोड़ी कांग्रेस?
पलनी स्वामी कांग्रेस पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़े हुए थे और वार्ड नंबर 22 में उनका खासा दबदबा है। लेकिन नई वार्डबंदी के बाद कांग्रेस ने इस बार उनके वार्ड से सुरिंदर सिंह को टिकट दिया। टिकट न मिलने से पलनी स्वामी नाराज हो गए और उन्होंने आम आदमी पार्टी में जाने का फैसला लिया।
आप में शामिल होने की ये रही वजह
आज पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अमन अरोड़ा से मुलाकात के बाद पलनी स्वामी ने आप की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस मौके पर मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और गुरमीत सिंह भी मौजूद थे।
अमन अरोड़ा ने कहा…
आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रमुख अमन अरोड़ा ने कहा कि पलनी स्वामी के पार्टी में शामिल होने से आप को काफी मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि पलनी स्वामी का काजी मंडी और आसपास के इलाके में अच्छा प्रभाव है। उनकी मौजूदगी से आम आदमी पार्टी को उन क्षेत्रों में मजबूती मिलने की उम्मीद है।
ये रहा पलनी स्वामी का राजनीतिक सफर
- दो बार वार्ड नंबर 22 से कांग्रेस पार्षद रह चुके हैं।
- कांग्रेस के साथ 15 साल तक जुड़े रहे।
- वार्ड के एक बड़े हिस्से में उनकी मजबूत पकड़ है।
आम आदमी पार्टी ने पलनी स्वामी के शामिल होने को पार्टी के लिए एक बड़ी सफलता है। अब पार्टी उनकी लोकप्रियता का फायदा उठाकर इलाके में अपने जनाधार को मजबूत करने की योजना बनायेगी।