जालंधर, ENS: पंजाब में धान की कटाई का सीजन शुरू हो गया है और धान की कटाई के बाद पराली हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है।लेकिन पराली की समस्या से निजात दिलाने के लिए केंद्र सरकार और पंजाब सरकार द्वारा कई उपाय किए गए जो अभी तक विफल साबित हुए। वहीं पराली की समस्या से निजात दिलाने के लिए जालंधर के एक इंडस्ट्रियलिस्ट द्वारा नई पहल की शुरुआत की गई।
दरअसल, इंडस्ट्रियलिस्ट की ओर से एक मशीन तैयार की गई है, जिससे पराली को कोयले में बदला जाएगा और इसका उपयोग होने से प्रणाली की समस्या से काफी हद तक निजात मिल पाएगी।पराली से कोयला बनाने वाली मशीन को देखने कई किसान नेता सहित कई युवा किसान पहुंचे और इंडस्ट्रियलिस्ट द्वारा बनाई गई इस मशीन को लेकर सहारना की गई। किसानों ने कहा कि अगर केंद्र और पंजाब सरकार इस मशीन का उपयोग करें तो कई हद तक पराली की समस्या का निवारण हो सकता है अगर सरकारी इस मशीन को नहीं खरीदती तो वह इस मशीन को खरीदेंगे।
जालंधर के सोढल रोड इंडस्ट्रियल एरिया पर स्थित एक्सपर कंपनी के मालिक अजय पलटा ने एक ऐसी मशीन त्यार की है जो पराली की समस्या से कई हद तक निजात दिलवाएगी। इस मशीन को तैयार किए हुए लगभग 2 साल से अधिक का समय हो चुका है और इसका प्रपोज सरकारों को भेजा गया है लेकिन अभी तक सरकार द्वारा इस मशीनरी को खरीद नहीं किया है और इस मशीन से 100 टन पराली से कोयला हर रोज बनाया जा सकता है।
अजय पलटा द्वारा बनाई गई इस मशीन की कीमत लगभग दो ढाई करोड रुपए है लेकिन इस मशीन का जो फायदा है उससे पराली की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। परली से कोयला बनाने वाली इस मशीन को देखने आए किसान नेट और युवा किसानों ने सरकार से अपील की है की ऐसी मशीनों को पंजाब ही नहीं बल्कि देशभर में लगाया जाए जिससे कि पराली की समस्या का समाधान हो पाए।
जालंधर के किशनगढ़ से दोआबा किसान वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान हर सुरिंदर सिंह और किसान दिलबाग सिंह ने कहा कि जालंधर के इंडस्ट्रियलिस्ट अजय पलटा द्वारा परली से कोयला बनाने वाली मशीन बनाई गई है जिसे वह देखने आए है। उन्होंने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार को तैयार की गई इस मशीन को पंजाब ही नहीं बल्कि देशभर के राज्यों में लगाना चाहिए ताकि पराली की समस्या से जल छुटकारा पाया जा सके।
किसान नेता और किस का कहना था पराली की समस्या को लेकर केंद्र सरकार किसानों पर मामला दर्ज करवाने और धमकाने का काम करती है, लेकिन पराली से निजात कैसे दिलाई जाए इसके बारे में केंद्र सरकार कुछ नहीं बोलती। उन्होंने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार को चाहिए कि जालंधर में तैयार हुई मशीन के मालिक से मिलना चाहिए और कुली की एक बड़ी समस्या को जल्द हल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस मशीन को नहीं खरीदी तो फिर किस और जिम्मेदार खरीद कर अपने खेतों में लगाएंगे और खुद ही समाधान करेंगे।
पराली से कोयला बनाने वाली मशीन के मालिक और इंडस्ट्रेलिस्ट अजय पलटा ने कहा की लगभग 2 साल पहले इस मशीन को बनाया गया था और इसका प्रपोज सरकारों को भेजा गया था लेकिन अभी तक proposal जैसे का पैसा वहीं पर है और सरकारी हमेशा किस को पूछती हैं लेकिन अगर सरकार उनके इस बने के कांसेप्ट को लगाएगी तो कई हद तक पराली से आग लगने वाली समस्या से निजात मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि हमेशा किसानों को ही पता जाता है क्योंकि वह पराली में आग लगा देते हैं लेकिन उनके पास कोई विकल्प नहीं है अब उन्होंने ऐसा विकल्प बनाया है तो सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मशीन से पराली ही नहीं बल्कि पंजाब की कृषि में होने वाली कई फसलों का समाधान हो जाएगा। हालांकि अजय पलटा ने कहा कि किसानों के साथ उनकी मुलाकात हुई है और उन्होंने इस मशीन के बारे में उन्हें पूरी तकनीक के साथ जानकारी दी है और किसान पूरी तरह से संतुष्ट हैं और उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा बनाई गई मशीन को लेकर वह विचार करेंगे और उसका संभव तो मशीन वी खुद लगाएंगे अगर सरकार नहीं लग पाएगी।