जालंधर, ENS: खनौरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा लगातार प्रदर्शन जारी है। वहीं किसान नेता जगजीत डल्लेवाल पिछले 22 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए है। आज डल्लेवाल के आमरण अनशन पर बैठे 23 वां दिन शुरू हो गया है। डॉक्टरों के मुताबिक डल्लेवाल की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। वहीं अपनी मांगों को लेकर जालंधर सहित पंजाब भर में किसानों द्वारा रेलवे ट्रैक जाम किया गया।
जालंधर में किसानों द्वारा लोहियां खास, फिल्लौर, जालंधर कैंट, ढिल्लवां रेलवे ट्रैक जाम किया गया। जिसके चलते रेलवे स्टेशन पर राहगारी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना हैकि डल्लेवाल पिछले 22 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा उनकी मांगों को लेकर कोई बात नहीं की जा रही। वहीं खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।
मीटिंग दोपहर 2 बजे चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में होगी। इसमें डल्लेवाल के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान हो सकता है। इसके बाद शाम 7 बजे गवर्नर से मिलने का प्रोग्राम है। हालांकि पहले यह मीटिंग 24 दिसंबर को रखी गई थी, लेकिन किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को देखते हुए मीटिंग का समय बदला गया है।
मामले की जानकारी देते हुए किसान नेता सुखबीर सिंह ने कहा कि आंदोलन पहले भी किया गया, जिसके चलते तीन कानून रद्द करवाए गए थे। अब केंद्र सरकार कानूनों को दोबारा से लागू करवा रही है। उन्होंने कहा कि अब दोबारा से मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। अब जगजीत डल्लेवाल द्वारा एमएसपी की गांरटी सहित अन्य मागों को लेकर आमरण अनशन चल रहा है। ऐसे में मांगों को भी केंद्र से पूरा करवाया जाएगा। वहीं डल्लेवाल के हक में उतरकर आज रेल रोको ऐलान के चलते रेलवे ट्रैक जाम किया गया है।
उन्होंने कहा कि अभी किसान नेताओं ने 3 घंटे ट्रेनें रोकने का कॉल दी है, अगर आगे रेल रोको का बड़ा आंदोलन का ऐलान किया जाएंगा तो वह उनके साथ उस आंदोलन में भी शामिल होंगे। खेती कानून लागू किए जाने के मामले में सुखबीर सिंह ने कहा कि किसानों को सरकारें मरवाना चाहती है, लेकिन किसान अपनी खेतो को छोड़ने वाले नहीं है। किसान सरकार से अपनी मांगे मनवाकर ही रहेंगे। वहीं आज रेलवे ट्रैक जाम किए जाने को लेकर किसानों ने आम जनता से माफी मांगी है और कहा कि वह भी धरना लगाना नहीं चाहते। सरकार उनकी मांगे जब तक नहीं मानेंगे विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जत्थेबंदियों का जो आदेश आगे जारी होगा उसी के तहत अगली रणनीति तय की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर अन्य किसान नेता ने कहा कि सरकार ने आज से 3-4 पहले किसानों की मांगे मानी थी, लेकिन मांगी हुई मांगों को लागू नहीं किया गया। आज जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठे 23वां दिन शुरू हो गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। सरकार पंजाब की जवानी और किसानी को खत्म करना चाहती है। ऐसे में अपनी मांगों को लागू करवाने के लिए धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।