पंजाब, जालंधर: सिविल अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में मारपीट में घायल लोगों की एम.एल.आर. काटने वाले डाक्टरों को एम. एल. सी. इंसेंटिव की अदायगी की अदायगी में काफी पेशानी आ रही है। पिछले काफी समय से उन्हैं एम. एल. सी. इंसेंटिव की अदायगी नहीं मिली है। गौर हो कि सिविल अस्पताल में रोजाना काफी संख्या में लोग एम.एल.सी. कटवाने आते है, जिसके बाद उक्त रिपोर्ट के आधार पर सम्बंधित थाने की पुलिस अगली कार्रवाई करती है।
डायरैक्टर हैल्थ की गाइड लाइन तथा जारी पत्र में साफ है कि ई.एम.ओ जिसकी भी एम.एल. आर. काटेगा तो इसके बाद यूजर फंड से उसे प्रति एम.एल.आर काटने पर 100 रुपए इंसेंटिव के तौर पर मिलेंगे। उदाहरण के लिए जैसे 1 डाक्टर ने महीने में यदि 100 एम.एल.आर. लोगों की काटी तो उक्त डाक्टर को 10 हजार का चैक मैडीकल सुपरिटेंडेंट ऑफिस से जारी होगा लेकिन कहनी और कथनी में लाखों का अंतर है।
एमरजैंसी वार्ड में करीब 10 डाक्टर तैनात हैं, जोकि ड्यूटी रोस्टर के हिसाब से सुबह, दोपहर ड्यूटी करते हैं। सुत्रों से मिली जानकारी देते हुए बताया कि कुछ डाक्टरों को काफी लंबे समय से एम.एल.सी. इंसेंटिव के पैसे ही नहीं दिए गए। मैडीकल सुपरिटेंडेंट ऑफिस में कई बार इसे बाबत लिखित में भी दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं।
गौरतलब है कि कि कुछ समय पहले ही पूरे पंजाब में सरकारी डाक्टरों ने अपने वेतन संबंधी मांगों को मनमाने के लिए हड़ताल की थी तथा सेहत सेवाएं भी ठप्प की थीं, ताकि पंजाब सरकार पर दबाव बनाया जा सके। सेहत मंत्री के आश्वासन के बाद हड़ताल वापिस ली थी।