दीपर्व लाकड़ा ने साढ़े 3 घंटे खुद खड़े होकर उठवाए कूड़े के डंप
मेयर, सीपी और निगम कमिश्नर ने मिलकर संभाला मोर्चा
जालंधर (वरुण)। निगम के इतिहास में शायद पहली बार है कि निगम कमिश्नर और मेयर दोनों एक साथ किसी भी युनियन की विरोधता के बावजूद न केवल एकजुट खड़े दिखाई दे रहे है, बल्कि मौके पर खुद उपस्थित होकर शहर में कूड़े के डंपों से कूड़ा हटवा रहे है। सफाई कर्मियों, सिवरमैन की हड़ताल की कॉल के बावजूद कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा की सूझबूझ विरोध कर रहे निगम कर्मियों पर भारी पड़ी है।
फोटोः अजय
निगम कमिश्नर और मेयर की दखलअंदाजी से अन्य सफाई ठेकेदार कर्मियों की मदद से सथानीय प्रताप बाग क्षेत्र में स्थित प्रमुख कूड़े के डंप को हटवाने का कार्य आज सुबह शुरू हुआ लेकिन कथित तौर पर हड़ताल की कॉल देने वाले निगम कर्मियों के कुछ करिंदों ने ठेकेदार की कूड़ा उठा रही गाड़ी को तोड़फोड़ के माध्यम से नुक्सान पहुचाया। इस घटना की भनक पड़ते ही कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा मौके पर पहुंचे और स्थिती को संभालते हुए पुणः कूड़ा उठाव शुरू किया। इस दौरान ज्वांइट कमिश्नर हरचरण सिंह, एडीसीपी गुरमीत सिंह, एसीपी जसबिन्दर खेहरा, इंस्पैक्टर रूपिन्दर सिंह भी अपनी टीम सहित मौके पर डटे रहे। निगम कार्यालय खुलने के समय से ही कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा अपनी टीम के साथ मॉडल टाऊन, पटेल चौक, प्रताप बाग व अन्य प्रमुख कूड़े के डंपों पर कूड़ा उठवाते दिखे। निगम कर्मियों की स्ट्राईक की कॉल और निगम अफसरों की कॉल के विरोध में सूझबूझ से की गई कार्रवाई के बाद अंजाम क्या निकलेगा फिलहाल कहना मुश्किल है लेकिन आज की कार्रवाई के बाद निमग युनियन की पीठ लगी है और कमिश्नर की सूझबूझ से जनता को कूड़े से निजात मिली है। सूत्रों के अनुसार निगम कमिश्नर का साथ देकर कूड़ा हटाने वाले प्राईवेट करिन्दों को आने वाले समय में कच्ची अथवा पक्की नौकरी देकर ईनाम सवरूप नवाजा जा सकता है। हालांकि यह करिन्दें प्राईवेट ठेकेदार के साथ कार्यरत है लेकिन निजी तौर अगर व चाहे तो निगम में जगह बना सकते है।