दिन की शुरुआत एक क्विज़ प्रतियोगिता से हुई, जिसमें विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने अंतरिक्ष और खगोल विज्ञान के बारे में अपने ज्ञान का परीक्षण करने हेतु इसमें बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। यह क्विज़ ब्रह्मांड, ग्रहों और अंतरिक्ष मिशनों के बारे में छात्रों की समझ को चुनौती देने के लिए डिज़ाइन कियानी गया था।
क्विज़ के बाद, एक पोस्टर-मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जहाँ छात्रों ने अंतरिक्ष-संबंधित विषयों पर जीवंत और जानकारीपूर्ण पोस्टर डिजाइन करके अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। पोस्टरों का मूल्यांकन उनकी रचनात्मकता, सटीकता और समग्र अपील के आधार पर किया गया।
मुख्य आकर्षण भारत के चंद्र अन्वेषण मिशन चंद्रयान पर आयोजित एक विशेष सत्र था। संबंधित स्कूलों के प्रधानाचार्य, राजीव पालीवाल (जीएमटी), शालू सहगल (लोहारां), सोनाली (कैंट-जंडियाला रोड), जसमीत (नूरपुर रोड), शीतू (केपीटी रोड) ने एसटीईएम शिक्षा और अंतरिक्ष अन्वेषण में छात्रों की रुचि को प्रोत्साहित करने के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, “राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मानव जिज्ञासा और उपलब्धि का उत्सव है। हमारा उद्देश्य अपने छात्रों को सितारों तक पहुँचने और योगदान करने के लिए प्रेरित करना है तथा अंतरिक्ष खोजकर्ताओं और वैज्ञानिकों की अगली पीढ़ी के लिए योगदान देना है।”