गुरदासपुरः जिले में ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, प्राइवेट ट्रांसपोर्ट यूनियन ने यह मोर्चा ई-रिक्शा चालकों की मनमानी के खिलाफ खोला है। जिसके चलते यूनियन ने आज डिप्टी कमिशनर को मांग पत्र सौंपकर कार्रवाई करने की अपील की है। यूनियन के नेताओं ने रोष जताते हुए कहा कि वे हर साल हजारों रुपये टैक्स देते हैं और रूट लेने के लिए भी पैसे देते हैं, लेकिन ई-रिक्शा चालक बिना टैक्स, बिना आरसी, बिना रूट के शहर से 30-40 किमी दूर गांवों तक भी सवारी उठा रहे हैं। जिसके चलते छोटे ट्रांसपोर्टरों को नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बहुत सारे पैसे वाले रखूखदार लोग और कुछ कर्मचारियों ने अपने ई-रिक्शा खरीदे हुए है और उसे किराये पर दे दिए हैं। इनका कोई रूट नहीं है और ना ही कोई रूट प्लान है और ना ही किसी कानून का पालन करते हैं। यूनियना का कहना है कि जब हम इन ई-रिक्शा चालकों को रोकते हैं तो ये हमारे साथ झगड़ा करते हैं।
उन्होंने कहा कि हम कई बार आरटीओ और अधिकारियों को मांगपत्र दे चुके हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। निजी ट्रांसपोर्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर उन पर सख्ती नहीं की गई तो हम मिलकर बसें रोकेंगे और प्रशासनिक परिसर के बाहर परिवारों सहित भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।