लुधियानाः पंजाब की मंडियों में धान की फसल की खरीद न होने से पंजाब भर के किसान परेशान हैं। इसे लेकर एसकेएम ने पंजाब सरकार के साथ बैठक की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। जिसके बाद एसकेएम ने पंजाब सरकार और पंजाब सरकार से संपर्क किया। ऐसे में केंद्र सरकार को जगाने के लिए रविवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाना है।
इस संबंध में लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर से मिलने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के अध्यक्ष बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि पंजाब सरकार की थोड़ी-सी अनदेखी के बाद से किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन के बाद पंजाब से मुख मोड़ लिया है। जिसके कारण अब किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि पिछले साल का गेहूं और धान 130 लाख मीट्रिक टन गोदामों में पड़ा हुआ है, जिसे अभी तक शिफ्ट नहीं किया गया।
जिसके कारण अब जो धान मंडियों में उपलब्ध है, उसे खरीदकर उसकी रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राजेवाल ने कहा कि सांकेतिक तौर पर पंजाब के सभी संगठनों द्वारा कल पंजाब में तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 14 अक्टूबर को पंजाब भवन चंडीगढ़ में सभी जत्थेबंदियों और व्यापार मंडर के साथ दोबारा मीटिंग की जाएगी।
बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि अगर अब पंजाब के बारे में बात नहीं की गई तो पंजाब बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कल के धरने के लिए पंजाब के लोगों से माफी भी मांगी। राजेवाल ने कहा कि वह किसी को परेशान नहीं करना, लेकिन सरकार उन्हें मजबूर कर रही है।