नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें तेज हवाओं के चलते विमान रनवे पर सही से लैंड नहीं कर पाया, रनवे पर उतरने की कोशिश करते हुए विमान बार-बार हवा में झूलता रहा। चक्रवात फेंगल के कारण चेन्नई में गत शाम को मौसम बहुत खराब हो गया। जिससे चेन्नई हवाई अड्डे पर एक इंडिगो एयरलाइंस का एयरबस A320 NEO विमान लैंडिंग के दौरान बाल-बाल बच गया। वायरल वीडियो के मुताबिक विमान को रनवे पर उतरने में काफी मुश्किल हुई। जब विमान लैंडिंग के लिए जमीन के काफी करीब आता है तो हवा में झूलने लगता है, अचानक पायलट ने लैंडिंग रोक दी और विमान को फिर से उड़ाने का निर्णय लिया।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि तेज हवाओं के बीच विमान रनवे पर उतरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन चक्रवात के कारण लैंडिंग में बहुत संघर्ष हो रहा था। जैसे ही विमान जमीन के करीब पहुंचा, तेज हवाओं और बुरी मौसम की स्थिति के कारण पायलट ने सुरक्षित स्थिति को ध्यान में रखते हुए लैंडिंग को रोकते हुए विमान को फिर से ऊपर उठा लिया। यह एक बेहद जोखिम भरा निर्णय था, लेकिन पायलट ने इसे बड़ी सूझबूझ से लिया। इस वीडियो को एक लाख से ज्यादा बार देखा गया, और सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा, “पायलट का यह भयानक निर्णय, बहुत बड़ा जोखिम – इससे बचना चाहिए था।
चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए चेन्नई एयरपोर्ट के अधिकारियों ने 1 दिसंबर 2024 को सुबह 4 बजे तक हवाई अड्डे के परिचालन को निलंबित करने का निर्णय लिया। यात्रियों से अनुरोध किया गया था कि वे अपनी उड़ानों के बारे में संबंधित एयरलाइनों से जानकारी प्राप्त के अनुसार वीडियो वायरल होने के बाद इंडिगो एयरलाइंस ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई और चेन्नई के बीच उड़ान भरने वाली फ्लाइट 6E-683 के कॉकपिट क्रू ने स्थापित सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत “गो-अराउंड” किया था। इसका मतलब था कि जब लैंडिंग सुरक्षित तरीके से नहीं हो पाती, तो पायलट विमान को फिर से ऊपर उठा लेता है।
प्रवक्ता ने कहा, “यह एक मानक और सुरक्षित युद्धाभ्यास है और हमारे पायलटों को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाता है। बता दें कि चेन्नई हवाई अड्डे पर बहुत चुनौतीपूर्ण स्थिति थी, क्योंकि चक्रवात फेंगल पुडुचेरी के पास पहुंच चुका था और अगले कुछ घंटों में तमिलनाडु के तटों से टकराने की संभावना थी। इससे तटीय जिलों में भारी बारिश हुई और कई जगहों पर पानी भरने की खबरें भी आईं।