कोलकाताः पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर से रेप-मर्डर होने के बाद देशभर के डॉक्टर्स गुस्साए हुए हैं। आज देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स वारदात के विरोध में हड़ताल पर हैं, जिससे OPD सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है। मरीज और उनके तीमारदार परेशान होकर इधर उधर भटक रहे हैं। वहीं कोलकाता मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष ने पद से इस्तीफा दे दिया है। दूसरी ओर डॉक्टर्स अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। मामले की CBI जांच की मांग की जा रही है। सरकार ने मांगें मनवाने पर डॉक्टर्स अड़े हैं।
दरअसल, पश्चिम बंगाल रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने रविवार को कहा कि सरकारी आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मेडिकल छात्र और जूनियर डॉक्टर तब तक काम करना जारी नहीं रखेंगे, जब तक कि अस्पताल के हाउस-स्टाफ और पोस्टग्रेजुएट छात्रा के कथित बलात्कार और हत्या के संबंध में उनकी चार सूत्री मांगें पूरी नहीं हो जातीं।
दरअसल, उनकी पहली मांग है कि मामले की न्यायिक जांच हो, सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट समेत सभी साक्ष्य प्रदर्शनकारी रेजिडेंट डॉक्टरों की समिति के प्रतिनिधियों को शेयर की जाएं। आरोपियों को मृत्युदंड सुनिश्चित किया जाए। दूसरी मांग है कि आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रिंसिपल, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और वाइस प्रिंसिपल, अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन विभाग के प्रमुख और अस्पताल के पुलिस स्टेशन के ड्यूटी पर तैनात पुलिस प्रमुख से बिना शर्त माफी मांगी जाए और इस्तीफा दिया जाए। तीसरी मांग है कि पीड़िता के परिवार को तत्काल पर्याप्त मुआवजा दिया जाए। चौथी और अंतिम मांग है कि जांच की प्रगति की जानकारी जांच अधिकारी रोज दें।