नई दिल्लीः भारत में वंदे भारत एक्सप्रेस का प्रसार दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। इसको लेकर रेलवे विभाग कुछ बदलाव भी करता रहता है जिससे लोगों को भी कोई परेशानी न हो और उन्हें बढ़िया सुविधा मिल सके। इसी के चलते दुर्ग-विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस में 16 कोच हैं लेकिन इनमें अधिकतर सीटें खाली रहती हैं। इस ट्रेन में केवल 30 से 35 प्रतिशत यात्री ही सफर करते हैं जिससे रेलवे को परेशानी हो रही है। अब रेलवे इस ट्रेन में कोच की संख्या घटाने पर विचार कर रहा है।
रेलवे के इस निर्णय से यह उम्मीद जताई जा रही है कि कोच की संख्या घटने के बाद यात्री संख्या बढ़ेगी और रेलवे के लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद होगा। सिर्फ दुर्ग-विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस ही नहीं बल्कि नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की स्थिति भी कुछ ऐसी ही थी।
कम यात्रियों के कारण रेलवे ने इस ट्रेन में भी कोच कम करने का फैसला लिया है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जब इस ट्रेन से आठ कोच घटाए जाएंगे तो यह ट्रेन बेहतर तरीके से भर पाएगी और यात्रियों को भी ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी।