नई दिल्ली : कनाडा में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों समेत सभी विदेशी छात्रों के लिए राहतभरी खबर है। अब वे बिना वर्क परमिट के हर हफ्ते 24 घंटे तक कैंपस के बाहर काम कर सकेंगे। पहले यह सीमा 20 घंटे तक थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रवासी नीति के दुरुपयोग की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग झूठे वादों के जरिए प्रवासियों को नौकरियों, डिप्लोमा, और नागरिकता के आसान रास्ते दिखाकर शोषण कर रहे थे।
इन समस्याओं को रोकने और प्रवासियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए नीति में बदलाव किया गया है। नई नीति छात्रों को पढ़ाई और काम का संतुलन बनाने का बेहतर अवसर प्रदान करेगी और कनाडा के कार्यबल को भी मजबूत करेगी। इस बदलाव की घोषणा कनाडा के इमिग्रेशन, सिटिजनशिप कनाडा ने की है।
IRCC के मंत्री मार्क मिलर ने बताया कि इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ कनाडाई वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त करने का अवसर देना है। यह कदम छात्रों को उनकी पढ़ाई और आर्थिक जरूरतों में मदद करेगा। भारतीय छात्रों को इससे सीधा फायदा होगा क्योंकि वे अब अधिक घंटे काम करके न केवल अपनी कमाई बढ़ा सकेंगे, बल्कि ज़रूरी कार्य अनुभव भी हासिल कर पाएंगे।