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कांकेरः पुसवाड़ा पंचायत में मतदान के दिन महिला पुलिसकर्मी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का मामला सामने आया है। पहले चरण के मतदान यानी 17 फरवरी की इस घटना का वीडियो अब वायरल हो रहा है। भीड़ ने मतपेटी लूटने की कोशिश भी की है। दरअसल, सरपंच प्रत्याशी रुखमणी कोसम के हारते ही समर्थक भड़क गए और रि-काउंटिंग की मांग करने लगे।
मतदान दल ने सूचना कोतवाली पुलिस को दी। एएसपी दिनेश सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे जिसके बाद भीड़ और ज्यादा उग्र हो गई और भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
दरअसल, पुसवाड़ा में पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद प्रत्याशी रुखमणी कोसम हार से सन्तुष्ट नहीं थी और उनके समर्थक देखते ही देखते आक्रोश में आकर गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाया। जब वे नहीं माने तो लाठीचार्ज कर दिया। मामले को शांत करने का प्रयास कर रही पुलिस के लाठीचार्ज से ग्रामीण और भड़क गए, जिससे ग्रामीणों ने पथराव कर दिया।
पीठासीन अधिकारी अशोक गोटे ने कोतवाली थाने में शिकायत करते हुए बताया कि हारे हुए प्रत्याशी के कार्यकर्ताओं ने पहले ही उग्र होकर मतपेटी छीनने का प्रयास किया। पुलिस के सहयोग से वापस निकलने के दौरान भी गाड़ियों का घेराव कर मतपेटी छीनने की कोशिश किए।
आखिरी तक सफलता हाथ ना लगने पर गांव से वापस निकलने के दौरान पथराव कर दिया, जिससे कई शासकीय वाहनों को क्षति हुई है। पुलिसकर्मियों के अनुसार उग्र हुए ग्रामीणों द्वारा पथराव करते हुए दौड़ाने का सिलसिला केवल पुसवाड़ा में ही नहीं थमा बल्कि उन्हें ग्राम पुसावण्ड तक दौड़ाया गया। इस हमले में 7 से 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
कुछ ग्रामीण गुरुवार शाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। ज्ञापन सौंपकर लाठीचार्ज में ग्रामीणों के घायल होने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया लाठीचार्ज से कई लोगों के सिर फूट गए हैं, कुछ हाथ तो कुछ के पैर टूट गए हैं। लाठीचार्ज के दौरान बुजुर्ग महिला तक को नहीं बक्शा गया। इसी वजह से ग्रामीण उग्र हो गए।