नई दिल्लीः बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों को टावर लगाने के नाम पर धोखाधड़ी से सतर्क किया है। दरअसल, एक फर्जी वेबसाइट ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी क्षेत्रों में टावर लगाने के बदले ₹25,000 से ₹50,000 देने का दावा कर रही है। कंपनी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर इस फर्जी वेबसाइट की पहचान करने और सतर्क रहने की सलाह दी है। सरकारी टेलीकॉम सेवा प्रदाता बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी उन फर्जी योजनाओं से संबंधित है, जो मोबाइल टावर लगाने के नाम पर झूठे वादे करती हैं।
यदि आप अपने स्थान पर टावर लगवाकर कमाई करने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। हालांकि, बीएसएनएल ने स्पष्ट किया है कि यह वेबसाइट सरकारी टेलीकॉम कंपनी से संबंधित नहीं है और यह एक धोखाधड़ी है। इसका उद्देश्य उन लोगों की निजी जानकारी चुराना है, जो टावर लगाने के लिए जगह देकर पैसा कमाना चाहते हैं। बीएसएनएल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए देशभर में अपने ग्राहकों को इस फर्जी वेबसाइट के बारे में सतर्क किया है। कंपनी ने इस बात पर जोर दिया कि यह वेबसाइट झूठे वादों के जरिए लोगों को गुमराह कर रही है और ग्राहकों से अपील की है कि वे इस प्रकार के दावों या संदेशों को नज़रअंदाज़ करें।
कंपनी ने फर्जी वेबसाइट का स्क्रीनशॉट भी साझा किया है ताकि ग्राहक इसे पहचान सकें और सतर्क रहें। आमतौर पर, जब टेलीकॉम कंपनियां टावर लगाती हैं, तो वे संपत्ति मालिक को हर महीने किराया देती हैं। लेकिन बीएसएनएल ने यह पुष्टि की है कि वह इस तरह की वेबसाइटों के माध्यम से काम नहीं करता और न ही अवास्तविक दावे करता है। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे टावर लगाने से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए सीधे कंपनी से संपर्क करें। साथ ही यूजर्स ऐसे किसी भी फ्रॉड मैसेज के चक्कर में नहीं आएं। ऐसा होने की स्थिति में वह सीधा शिकायत भी कर सकते हैं।