रायपुरः छत्तीसगढ़ में एक नाबालिग बच्ची के साथ जो हुआ वह बेहद दी शर्मनाक है। जिसको सुनकर आप हिल जाएंगे। इस आदिवासी बच्ची के साथ स्कूल के प्रिंसिपल समेत शिक्षण कार्य से जुड़े 3 सरकारी कर्मचारियों ने गैंगरेप किया है। इस दरिंदगी में हेडमास्टर, टीचर और एक फॉरेस्ट रेंजर भी शामिल था। घटना छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक बच्ची की उम्र 17 साल है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिकायत के अनुसार 15 नवंबर को एक आरोपी सरकारी स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा को पढ़ाई में मदद करने के बहाने अपनी कार में दूसरे आरोपी के घर ले गया। वहां पहले से ही 3 लोग मौजूद थे। तीनों ने कथित तौर पर बारी-बारी से लड़की के साथ बलात्कार किया और इस घिनौनी वारदात को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड भी कर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि धमकी के बाद लड़की डर गई थी लेकिन बाद में उसने हिम्मत जुटाकर अपने माता-पिता को घटना की जानकारी दी। मंगलवार को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 4 आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि तीनों आरोपी शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है।
इसके बाद दरिंदों ने बच्ची को धमकी दी कि अगर उसने किसी को घटना के बारे में बताया तो वे इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देंगे। तीनों आरोपियों ने लड़की को ब्लैकमेल किया और 22 नवंबर को किराए के घर में फिर से उसके साथ बलात्कार किया।
लड़की के साथ बलात्कार करने के आरोप में मंगलवार को सरकारी स्कूलों के 3 शिक्षकों सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लड़की के साथ 15 और 22 नवंबर को जनकपुर थाना क्षेत्र में 2 बार कथित तौर पर बलात्कार किया गया था। 2 लोग सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और प्राचार्य दूसरे सरकारी प्राथमिक विद्यालय के थे। चौथा शख्स वन विभाग का कर्मचारी है।