21 दिन बाद घर में बहन की शादी
झुंझुनूंः सूरजगढ़ कस्बे के 13 साल के बच्चे ने पटाखे चलाने के लिए गंधक और पोटास (पटाखे बनाने के काम आने वाली वस्तु) का मसाला बनाया। उसे जेब में एक कांच की बोतल में डालकर रख लिया। जेब में ही बोतल फट जाने से बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। धमाका इतना तेज था कि बच्चे का बाएं पैर के आधे हिस्से के चिथड़े उड़ गए। जानकारी के मुताबिक वार्ड नंबर 14 राजपूत कॉलोनी निवासी हिमांशु सोमवार को मार्केट से गंधक और पोटास लाया।
दोनों को मिलाकर पटाखे चलाने के लिए मसाला तैयार किया और एक कांच की बोतल में डालकर अपनी जेब में रखकर दमखल (पटाखे बजाने के लिए लोहे का औजार) से पटाखे चला रहा था। इसी दरमियान दमखल की चोट जेब में रखी कांच की बोतल पर जोर से लगी और तेज धमाके के साथ हिमांशु का पैर जख्मी हो गया। हिमांशु के चाचा उसे सूरजगढ़ सीएचसी लेकर गए। जहां से उसे झुंझुनूं और बाद में जयपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
हिमांशु तीन बहनों के बीच इकलौता भाई और सबसे छोटा है। पिता मुकेश कुमार मजदूरी करते है। 21 दिन बाद उसकी सबसे बड़ी बहन अनुराधा की शादी है। जिसकी तैयारियों के लिए पूरा परिवार लगा हुआ है। हिमांशु की मां रेखा ने बताया कि हिमांशु ने उससे 100 रुपए लिए थे। उसने कहा था कि वह ज्यूस पीकर आएगा। पीछे से हिमांशु 50 रुपए का पोटास और 50 रुपए का गंधक लेकर घर आया। घर लाकर उसने पोटास और गंधक को मिक्सी में पीसा तो उसकी बहन आचुकी ने टोका और डांटा भी लेकिन हिमांशु नहीं माना।