जगदलपुरः राज्य की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 12 नक्सलियों के मारे जाने का मामला सामने आया है। हालांकि, इसकी संख्या बढ़ भी सकती है। दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के करीब 1500 जवानों ने इलाके को घेर रखा है। आज सुबह से ही सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
3 जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के जिस सरहदी इलाके में मुठभेड़ हुई है वहां नक्सलियों की बटालियन नंबर 1, कंपनी नंबर 9, पामेड़ एरिया कमेटी के नक्सली सक्रिय हैं। यहां नक्सलियों का कोर कमेटी मेंबर हिड़मा भी है। गुरुवार दोपहर बीजापुर जिले के बासागुड़ा थाना क्षेत्र में कोबरा बटालियन के 2 जवान IED की चपेट में आ गए। साथी जवानों ने गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। बताया जा रहा है कि पुतकेल कैंप से जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे।
दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि, पामेड़ इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर 3 जिलों से DRG, कोबरा 205, 206, 208, 210 बटालियन के जवानों समेत CRPF की टीम को 2 दिन पहले सर्च ऑपरेशन के लिए निकाला गया था। वहीं गुरुवार तड़के माओवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ शुरू हुई।
दिनभर रुक-रुककर गोलीबारी होती रही। हालांकि देर शाम तक खबर मिली की जवानों ने करीब 10 से 12 माओवादियों को एनकाउंटर में मार गिराया है। अलग-अलग टीमों के साथ मुठभेड़ हुई है। शाम तक मुठभेड़ रुक गई थी। जवान नक्सलियों के कोर इलाके को घेर रखे थे।