चंडीगढ़ः शंभू बॉर्डर पर प्रगर्शन कर रहे किसानों ने ‘रेल रोको’ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने मंगलवार को कहा कि बुधवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक ‘रेल रोको’ आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान पंधेर ने पंजाबवासियों से विरोध प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की है कि कल हम पंजाब में रेल रोकेंगे। मैं सभी से दोपहर 12 से 3 बजे तक रेलवे रोकने का आग्रह करता हूं।
दूसरी ओर डीआरएम मनदीप सिंह भाटिया ने बताया कि किसानों के रेल रोको आंदोलन को लेकर अंबाला डिवीजन की करीब 17 लोकेशन प्रभावित होंगी। पंजाब में रेल रोकों आंदोलन की कॉल को लेकर अंबाला रेलवे डिपार्टमेंट द्वारा पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अंबाला रेलवे विभाग द्वारा पूरी कोशिश की जाएगी कि यात्रियों की असुविधा कम से कम हो, प्रभावित रेल गाड़ियों को ऐसे स्टेशन पर रोका जाएगा जहां पर खाने पीने की पूरी व्यवस्था हो। अभी रूट डाइवर्ट को लेकर कुछ भी तय नहीं किया गया है क्योंकि रेल रोको आंदोलन की वजह से प्रभावित लोकेशन के संख्या बढ़ भी सकती है।
पंधेर ने पंजाब के लोग किसानों का अधिक से अधिक समर्थन करें। पंजाबियों को एक होकर लड़ने की जरूरत है। 13 जनवरी से शुरू हुए किसान मजदूर मोर्चा को आज 309 दिन हो गए हैं और डल्लेवाल की भूख हड़ताल 22वें दिन में प्रवेश कर गई है। फिर भी मोदी सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है। उन्हें लगता है कि वे इसमें सफल होंगे हमारी मांगों को दबा रहे हैं।
पंधेर के आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर किसानों की आवाज दबा रहे हैं। मैं कल के ट्रैक्टर मार्च के लिए हरियाणा के किसान-मजदूरों को धन्यवाद देता हूं। मैं पंजाब के लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे कल दोपहर 12 से 3 बजे तक रेलवे क्रॉसिंग और रेलवे स्टेशनों को अवरुद्ध करें।
जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल के बारे में पूछे जाने पर पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर है। पंधेर ने कहा कि अगर डल्लेवाल को कुछ हुआ तो इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पर 140 करोड़ भारतीयों, 3 करोड़ पंजाबियों और 2.5 करोड़ हरियाणवियों का दबाव है… हमारी 12 मांगें हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के गायक ने इस मुद्दे को लोगों का आंदोलन बना दिया।