नई दिल्लीः अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के बाद अब मतगणना शुरू हो गई है। राष्ट्रपति पद की रेस के लिए रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की उनकी प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। अमेरिका भर में प्रारंभिक मतदान और डाक से मतदान पर नजर रखने वाले फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के ‘इलेक्शन लैब’ के अनुसार, 7.8 करोड़ से अधिक अमेरिकी पहले ही अपने वोट डाल चुके हैं। सात अहम राज्यों में से पेंसिल्वेनिया सबसे महत्वपूर्ण राज्य बनकर उभरा है, जिसके पास 19 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं।
जनसंख्या के आधार पर राज्यों को इलेक्टोरल कॉलेज के वोट दिए जाते हैं। कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट के लिए मतदान होता है। 270 या उससे अधिक इलेक्टोरल वोट पाने वाले उम्मीदवार को चुनाव में विजेता घोषित किया जाता है। अमेरिका में 50 राज्य हैं और उनमें से अधिकतर राज्य हर चुनाव में एक ही पार्टी को वोट देते रहे हैं, सिवाय ‘स्विंग’ राज्यों के।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप बहुमत का आंकड़ा पार कर चुके हैं। WION की रिपोर्ट के अनुसार, ताजा रुझान डोनाल्ड ट्रंप को 308 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिलता दिखा रहे हैं। वहीं, कमला हैरिस अभी 150 भी नहीं पार कर पाई हैं। हैरिस को 139 वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हासिल करना जरूरी है।
सीएनएन ने कोलोराडो में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की जीत का अनुमान लगाया है। कोलोराडो में जीत के बाद डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के हिस्से में 10 इलेक्टोरल वोटों का इजाफा होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के लिए किसी भी उम्मीदवार को कम से कम 270 इलेक्टोरल वोटों की जरूरत होती है। 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में यहां से जो बाइडन ने जीत हासिल की थी। बाइडन राष्ट्रपति पद की रेस में भी जीते थे।