ऊना/सुशील पंडित: उपायुक्त जतिन लाल ने मंगलवार को जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर ऊना जिले में सर्दियों और सूखे से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों का व्यापक जायजा लिया। बैठक में उपायुक्त ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे सर्दियों के मौसम में कमजोर वर्गों विशेषकर बेघर, बुजुर्ग और बच्चों को आवश्यक सहायता सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेष रूप से अत्यधिक ठंड वाले क्षेत्रों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि कोहरे वाले क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के लिए परावर्तक चिह्न और चेतावनी संकेत लगाएं। साथ ही, तीव्र मोड़ों पर सोलर पावर्ड ब्लिंकिंग लाइट्स लगाने को कहा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हर परिस्थिति में लोगों के साथ है। सर्दियों के दौरान सड़क सुरक्षा और जनकल्याण हमारी प्राथमिकता है। सभी विभाग इस दिशा में समन्वित प्रयास करें और नागरिकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करें।
बैठक में अस्थायी रात्रि आश्रय स्थलों की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया। उपायुक्त ने एनजीओ और स्थानीय संगठनों के सहयोग से हीटर, कंबल और अन्य आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित आश्रय स्थल स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ठंड से संबंधित बीमारियों के लिए आवश्यक दवाइयों और उपकरणों का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करें। जल शक्ति विभाग और बिजली विभाग को भी पानी और बिजली की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय मीडिया के माध्यम से नागरिकों को ठंड से बचने के उपायों के प्रति जागरूक किया जाए। उन्होंने जिलावासियों से मौसमानुकूल उचित परिधान पहनने और हीटिंग उपकरणों का सुरक्षित उपयोग करने की अपील की।
बैठक में बारिश न होने के कारण सूखे जैसी स्थिति और उससे कृषि व पेयजल संसाधनों पर पड़ने वाले असर पर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि कृषि विभाग और जल शक्ति विभाग ऐसे समाधान तैयार करें, जो किसानों और नागरिकों को राहत प्रदान कर सकें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह सहित जिले के संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।