Health Tips: सर्दियों में खांसी-जुकाम होना आम बात है, लेकिन बार-बार खांसने से गले की हालत खराब हो जाती है और गला छिलने लगता है। ऐसे में दवाइयों पर निर्भर रहना हमेशा अच्छा नहीं होता। आयुर्वेद में कई घरेलू नुस्खे दिए गए हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के राहत दे सकते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक विशेष काढ़े के बारे में बताएंगे, जिसे पीने से तुरंत राहत मिल सकती है।
इस काढ़े के लाभ
यह काढ़ा प्राकृतिक औषधियों से तैयार होता है, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ये खांसी, गले की खराश और बलगम की समस्या में असरदार साबित होता है। इस काढ़े का नियमित सेवन करने से इम्यूनिटी भी मजबूत होती है, जिससे शरीर सर्दियों के संक्रमण से लड़ने में सक्षम बनता है।
सामग्री
- तुलसी के पत्ते – 7-8
- अदरक – आधा इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
- काली मिर्च – 4-5 दाने (दरदरी कुटी हुई)
- लौंग – 2-3
- शहद – 1 चम्मच (स्वादानुसार)
- पानी – 2 कप
विधि
- सबसे पहले एक बर्तन में 2 कप पानी डालें और इसे उबलने के लिए रख दें।
- अब इसमें तुलसी के पत्ते, अदरक, काली मिर्च और लौंग डालें।
- इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए।
- अब इसे छान लें और गुनगुना होने पर इसमें शहद मिलाएं।
- इस काढ़े को धीरे-धीरे घूंट-घूंट करके पिएं।
कब और कैसे पिएं?
आप इस काढ़े को दिन में 1-2 बार, खासकर सुबह और रात में पी सकते हैं। इसे खाली पेट पीने से इसका असर और भी अच्छा होता है। लगातार 2-3 दिन तक इसका सेवन करने से खांसी और गले की खराश में काफी आराम मिलेगा।
अन्य टिप्स
ठंडी चीजों से परहेज करें।
ज्यादा पानी पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
गर्म तरल पदार्थों का सेवन करें, जैसे सूप और ग्रीन टी।
तो अगली बार जब खांसी गले पर भारी पड़े, तो इस काढ़े का सेवन करें और कुछ ही दिनों में फर्क महसूस करें।