हेल्थ टिप्सः दिन भर की थकान दे बाद लोगों को जबर्दस्त नींद आती है, लेकिन कामकाज के चलते सुबह लोगों को जल्दी उठना पड़ता है। हर किसी को किसी न किसी तरह की जल्दी रहती है। चाहे बड़े हो या बच्चे। इस चक्कर में नींद ना पूरी होने से अक्सर सारा दिन सुस्ती बनी रहती है। कई अध्ययनों में कहा गया कि अगर आप रात में 7 से 9 घंटे तक की नींद नहीं लेते हैं तो इससे कई तरह के नुकसान उठाने पड़ते हैं। सबसे अधिक हार्ट पर इसका बुरा असर पड़ता है। वहीं यदि आप वीकेंड के दिन यानी छुट्टी वाले दिन में पर्याप्त नींद ले लेते हैं तो नींद की कमी का बैलेंस पूरा हो जाता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार देश की 88 प्रतिशत जनसंख्या रात को सही से नींद नहीं लेती। इस नींद की कमी के कारण हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। वास्तव में जब हमें नींद की कमी होगी तो स्ट्रेस वाला हार्मोन ज्यादा रिलीज होगा। इससे शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ता है जिसके कारण हार्ट में भी इंफ्लामेशन होता है और इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडीसिन के मुताबिक अपर्याप्त नींद के कारण शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ता है, लेकिन इसका कोई लक्षण दिखाई नहीं देता। इस कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा रहता है।
रिपोर्ट के मुताबिक अगर आप वीकेंड के दिन ज्यादा सो लेते हैं तो नींद की कमी के कारण जो नुकसान शरीर को हुआ है, उसकी भरपाई हो सकती है। अध्ययन में उन लोगों के स्लीप पैटर्न का विश्लेषण किया गया जो काम के दिनों में 6 घंटे से कम की नींद लेते थे, लेकिन वीकेंड के दिन दो घंटे ज्यादा सो लेते थे। अध्ययन में पाया गया कि ऐसा करने वाले लोगों में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज को जोखिम बहुत कम था।