
हेल्थ : आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। हम इसका इस्तेमाल बातचीत करने, मनोरंजन, जानकारी हासिल करने और भी कई कामों के लिए करते हैं। हालांकि, फोन का ज्यादा इस्तेमाल हमारे स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। क्या आप भी मोबाइल फोन से दिनभर चिपके रहते हैं? अगर हां, तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है, ये मोबाइल फोन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
आज कल लोग घंटों सोशल मीडिया पर समय बिताते हैं। ऐसे में लगातार मोबाइल चलाने से आप तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से घिर सकते हैं।भले ही हमारे दिनभर का ज्यादातर काम मोबाइल फोन से जुड़ा हुआ होता है पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसके कारण होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर अलर्ट करते हैं।
स्मार्टफोन का बहुत अधिक उपयोग करने से आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसके उपयोग को सीमित करने की सलाह देते है। अगर आप भी घंटों फोन पर स्क्रॉल करते हैं, तो आपको ये आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए। इसमें हम जानेंगे इसके नुकसान और किन तरीकों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। लगातार या बहुत अधिक समय तक मोबाइल फोन देखने से आंखों की रोशनी पर नकारात्मक असर पड़ता है। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी के कई प्रकार से आंखों की सेहत पर दुष्प्रभाव देखे गए हैं। लंबे समय तक स्क्रीन देखने से ड्राई आई सिंड्रोम, आंखों में जलन, धुंधला दिखना और सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इसके अलावा आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है।
अगर आप लंबे समय तक फाेन का इस्तेमाल करते हैं ताे इससे शारीरिक गतिविधि में कमी आ सकती है। जिससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। रोजाना मोबाइल चलाने का समय निर्धारित करें और उससे ज्यादा फोन न चलाएं। सोने से पहले फोन को कमरे से बाहर या बिस्तर से दूर रखें। इससे आपकी स्लीप साइकिल खराब नहीं होगी।समय-समय पर फोन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करें, ताकि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने का मौका मिल सके।20-20-20 नियम को अपना लें। आप फाेन को हर 20 मिनट बाद 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर से देखें। मोबाइल की ब्लू लाइट आंखों के लिए हानिकारक होती है। इसे कम करने के लिए नाइट मोड का ऑन करें।
लगातार मोबाइल चलाने से आंखों पर दबाव पड़ता है, जिससे सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या हो सकती है। रात को सोने से पहले मोबाइल इस्तेमाल करने से शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है। दरअसल ये अच्छी नींद के लिए जरूरी होता है। ऐसे में आपको अनिद्रा की समस्या हो सकती है।मोबाइल चलाते समय लोग गर्दन झुकाए रहते हैं। इससे टेक्स्ट सिंड्रोम की समस्या हो सकती है। लंबे समय तक यह आदत बनी रहने से पीठ और गर्दन में दर्द शुरू हो सकता है। अगर आदत में बदलाव न किया गया तो ये आगे चलकर और भी गंभीर समस्या बन सकता है।
