चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर के सदस्यों ने बैठक के बाद अपने इस्तीफे दे दिए। उन्होंने इस्तीफे कनवीनर गुरप्रताप सिंह वडाला को दिए है। वहीं सुधार लहर के सदस्यों के इस्तीफे को आज स्वीकार भी कर लिया गया। सुधार लहर के इस्तीफों के बाद अकाली दल में अलग बहस छिड़ गई है। दरअसल, चंडीगढ़ में हुई बैठक में सुखदेव सिंह ढींडसा, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सिकंदर सिंह मलूका (कार्यकारिणी समिति के सदस्य) और सुरजीत सिंह रखड़ा (प्रेसिडियम सदस्य) के इस्तीफे कनवीनर गुरप्रताप सिंह वडाला द्वारा स्वीकार कर लिए।
इस बैठक में बीबी जगीर कौर, परमिंदर सिंह ढींडसा और सरवन सिंह फिलौर भी मौजूद रहे। सामूहिक बयान में लीडरशिप ने जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब को यह विश्वास दिलाया कि अगर उन्हें धार्मिक, राजनीतिक या किसी अन्य प्रकार की सेवा के लिए बुलाया जाएगा, तो वे सिर झुका कर नम्र सिख के रूप में सेवा निभाएंगे। इस्तीफा देने वाले नेताओं ने सुखबीर बादल के हक में गाए गए गीत पर भी सवाल खड़े किए हैं।
जिसके बाद नई बहस छिड़ गई। दरअसल, इस गीत में हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल ने सुखबीर बादल को साजिश के तहत फंसाने की बात कही है। सुधार लहर के नेताओं ने 2 दिसंबर की बैठक से पहले इस तरह का गीत रिलीज करने को गलत बताया। उनका कहना है कि फैसले से पहले गीत के रिलीज करने का मतलब श्री अकाल तख्त साहिब पर सवाल खड़े करना है, क्योंकि मामला वहां विचाराधीन है।