चंडीगढ़ः पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट चुनाव को लेकर मामला गरमा गया। दरअसल संघर्ष कर रहे स्टूडेंट्स और पुलिस के बीच आज धक्कामुक्की हो गई। मिली जानकारी के अनुसार छात्र वाइस चांसलर का आवास घेरने के लिए जा रहे थे। इस दौरान जब उन्हें पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो पुलिस और स्टूडेंट्स में विवाद बढ़ गया। इसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान कुछ स्टूडेंट्स को चोट आई हैं। इसके बाद भी स्टूडेंट्स नहीं माने। वे वीसी को उसी जगह बुलाने पर अड़ गए।
हालांकि, वीसी नहीं आए तो छात्रों ने संघर्ष को और तेज करने का फैसला लिया। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे पीछे नहीं हटेंगे। जानकारी के अनुसार, सीनेट चुनाव की मांग काे लेकर संघर्ष कर रहे स्टूडेंट्स ने आज वाइस चांसलर का आवास घेरने का प्लान बनाया था। स्टूडेंट्स इकट्ठे होकर वीसी आवास के लिए निकल पड़े, लेकिन एन मौके पर उन्होंने अपना प्लान बदल दिया। इसके बाद वह लॉ ऑडिटोरियम की तरफ चल पड़े। उस समय वहां पंजाब विजन-2047 प्रोग्राम चल रहा था। इसमें पंजाब के कई मंत्री और बिजनेसमैन पहुंचे थे। इसलिए, पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोकने की कोशिश की, लेकिन स्टूडेंट्स पीछे हटने के पक्ष में नहीं थे।
इस दौरान पुलिस और यूनिवर्सिटी की सिक्योरिटी उन्हें रोकने में लग गई। आखिर में पुलिस ने छात्रों पर हल्का लाठीचार्ज कर दिया। इसमें कुछ स्टूडेंट्स घायल हो गए। इससे स्टूडेंट्स और भड़क गए। इसके बाद मौके पर DSW पहुंच गए। उन्होंने स्टूडेंट्स को कहा कि वह उनकी वीसी से मीटिंग करवा देंगे, लेकिन स्टूडेंट्स उसी जगह मुलाकात चाहते थे। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो स्टूडेंट्स ने पूरे कैंपस का चक्कर लगाया और धरने पर बैठ गए।
स्टूडेंट अश्मित सिंह ने बताया कि सीनेट का कार्यकाल 4 साल का हाेता है। पिछले सीनेट का कार्यकाल अक्टूबर में खत्म हो गया है, लेकिन अभी तक चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ। जबकि, नियम यह है कि इलेक्शन से 240 दिन पहले नोटिफिकेशन जारी होना चाहिए। पुरानी सीनेट का कार्यकाल खत्म होने से पहले नई चुन ली जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर आज भी नोटिफिकेशन जारी होता है तो चुनाव में 240 दिन का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि आज हुए प्रदर्शन में करीब 10 स्टूडेंट्स घायल हुए हैं। उनमें कई का खून तक निकला है।
पीयू सीनेट चुनाव को लेकर पंजाब के सभी राजनीतिक दल एकजुट हैं। कांग्रेस और भाजपा के सभी सीनियर नेताओं ने एक ही दिन धरना स्थल पर पहुंचकर स्टूडेंट्स के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान किया था। वहीं, कांग्रेस नेता व चंडीगढ़ के सांसद इसी मामले को लेकर उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मिले। उन्होंने जल्द चुनाव करवाने की मांग रखी है। इसी तरह आम आदमी पार्टी की तरफ से सीएम भगवंत मान ने 12 नवंबर को उप-राष्ट्रपति को चुनाव करवाने के लिए पत्र लिखा। श्री आनंदपुर साहिब के आप सांसद मालविंदर सिंह कंग और धूरी के पूर्व विधायक दलबीर सिंह गोल्डी भी इस संघर्ष में सहयोग दे रहे हैं।