चंडीगढ़ः स्कूलों के शिक्षकों की ड्रेस को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार शिक्षकों को फैशनेबल कपड़े पहनने पर पूरी तरह रोक लगने वाली है। दरअसल, चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने के लिए तैयारियां की जा रही है। प्रशासक गुलाबचंद कटारिया 10 जनवरी को 68 नवनियुक्त नर्सरी टीचरों को नियुक्ति पत्र देने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग को टीचरों के लिए भी ड्रेस कोड लागू करने का सुझाव दिया था।
इसके बाद शिक्षा विभाग की ओर से ड्रेस कोड लागू करने के लिए कमेटी का गठन किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो प्रस्ताव में शिक्षकों के लिए फॉर्मल ड्रेस और शिक्षिकाओं के लिए साड़ी या साधारण सूट-सलवार की ड्रेस कोड तय किया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से कमेटी के मत के अनुसार टीचरों के लिए ड्रेस कोड तय किया जाएगा। पीजीटी, जेबीटी, टीजीटी व स्पेशल एजुकेटर के लिए अलग -अलग ड्रेस कोड तय किया जा सकता है।
पुरुष टीचर्स के लिए फार्मल पैंट और शर्ट का प्रस्ताव लाया जा सकता है। वहीं, महिला शिक्षकों के लिए साड़ी या सलवार सूट ड्रेसकोड तय किया जा सकता है। इसके अलावा महिला शिक्षकों को लेगिंग या जींस पहनने पर रोक लग सकती है। यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफार्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस (यूडीआइएसई) 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ में कुल 10,237 शिक्षक हैं, जिनमें 81 प्रतिशत महिलाएं हैं।
यह आंकड़ा महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। महिला शिक्षकों की यह भागीदारी न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है, बल्कि लड़कियों की शिक्षा में रुचि बढ़ाने में भी मददगार है। स्कूल शिक्षा के निदेशक हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने योजना तैयार की जा रही है। ड्रेस कोड लागू करने के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर ड्रेस कोड तय किया जाएगा।