पंजाब, (चंडीगढ़): पंजाब, मुख्यमंत्री Bhagwant Mann के निर्देशानुसार, पुलिस स्टेशन स्तर पर नागरिक-केंद्रित पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए भारतीय पुलिस फाउंडेशन (आईपीएफ) की परियोजना शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। यह परियोजना शिकायत और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रियाओं में सुधार, पुलिस संचालन और आचरण में बदलाव, हिंसा को कम करने, नागरिक सेवाओं में सुधार और सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।
Highlights:
- पहला राज्य: पंजाब ने भारतीय पुलिस फाउंडेशन परियोजना शुरू करके देश का पहला राज्य बनने का गौरव प्राप्त किया।
- नागरिक सेवाएं: नागरिक अब ऑनलाइन आवेदन करके पुलिस सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे, जिससे उनकी सुविधा बढ़ेगी।
- सुधार की प्रक्रिया: परियोजना में 10 महीने का शोध कार्यक्रम शामिल है, जिसमें विस्तृत साक्षात्कार और चर्चा के माध्यम से सुधार क्षेत्रों की पहचान की जाएगी।
परियोजना की विस्तृत जानकारी
इस परियोजना का उद्घाटन पंजाब पुलिस अधिकारी संस्थान (पीपीओआई) में डीजीपी गौरव यादव और विशेष डीजीपी गुरप्रीत कौर देओ के नेतृत्व में किया गया। शुरू में, यह परियोजना एसएएस नगर और रूपनगर के 6 और 9 पुलिस स्टेशनों में लागू की जाएगी और बाद में इसे पूरे पंजाब में विस्तारित किया जाएगा।
नागरिकों को मिलेगी सुविधा
गुरप्रीत कौर देओ ने बताया कि पंजाब सांझ परियोजना के तहत नागरिक अब घर बैठे पुलिस सत्यापन और खोए हुए मोबाइल की रिपोर्ट जैसी सेवाओं का लाभ ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें पुलिस स्टेशनों पर जाने की आवश्यकता नहीं है। विशेष रूप से स्थापित सांझ केंद्रों में सादी वर्दी में पुलिसकर्मी उनकी मदद के लिए उपस्थित रहेंगे।
पुलिस सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
इस परियोजना का उद्देश्य पुलिस कर्मियों के पेशेवर और नैतिक मानकों को सुधारना, लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देना और नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है। आईपीएफ के निदेशक डॉ. ईश कुमार ने इस पहल की सराहना की और इसे राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल बताया।