कोलकाता : भारत और बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठियों को रोकने के दौरान बीएसएफ को खासा मुश्किल हालात का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही स्थिति शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से लगी बांग्लादेश की सीमा पर उभरी। दरअसल, पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर ये अवैध तरीके से घुसने की कोशिश कर रहे थे। इसमें दो बांग्लादेशी नागरिकों समेत तीन की मौत हो गई। घटना कूच विहार के सिताई इलाके में हुई। टीएमसी का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने की वजह से ही ऐसा हुआ।
घटना शुक्रवार सुबह की है। बताया जा रहा है कि बीएसएफ को बॉर्डर पर गौ तस्करी की सूचना मिली थी। इलाके में बांग्लादेश के तस्करों ने भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया। वे यहां से गौ तस्करी कर रहे थे। गौ तस्करी के लिए तस्करों ने बांस का ब्रैकट तैयार किया था। जब बीएसएफ की नजर उन पर पड़ी तो उन्हें वापस जाने की चेतावनी दी। लेकिन तस्कर नहीं माने और बीएसएफ जवानों पर हमला कर दिया। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में बीएसएफ ने तीन तस्करों को मार गिराया।
बताया जा रहा है कि तस्करों के हमले में एक बीएसएफ जवान भी जख्मी हो गया है। बताया जा रहा है कि तस्करों ने बीएसएफ जवानों पर लोहे की रॉड और लाठियों से हमला किया। इसके बाद जवानों को अपनी जान बचाने के लिए फायरिंग करनी पड़ी। इसमें तीन तस्कर ढेर हो गए। मारे गए तस्करों में दो तस्कर बांग्लादेश के बताए जा रहे हैं। जबकि तीसरा प बंगाल का ही रहने वाला है।
बंगाल से लगी बांग्लादेश सीमा पर तस्करों ने सीमापार करने के लिए लोहे की रॉड्स का इस्तेमाल कर सीढ़ियां बना लीं. इसी दौरान बीएसएफ ने तस्करों को रोकने की कोशिश की।
टीएमसी के स्थानीय विधायक जगदीश बसुनिया ने आरोप लगाया है कि बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने की वजह से ये घटना हुई। इस बीच आज ही केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला आज बंगाल के डीजीपी, गृह सचिव और मुख्य सचिव के साथ बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 15 km से बढ़ाकर 50 km किए जाने पर चर्चा करने वाले हैं। ममता बनर्जी ने केंद्र के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई थी।