नई दिल्ली: मणिपुर में भड़की हिंसा के बीच एक बार फिर सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। बता दें कि प्रदेश में 3 महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया था। इधर इलाके में अवैध गतिविधियों के संचालन को रोकने के लिए पुलिस और केंद्रीय बलों ने मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया। सुरक्षाबलों ने इलाके में आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए 100 से ज्यादा नाके और चेकपोस्ट बनाए गए।
सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन के तहत नेशनल हाईवे-2 पर जरूरी चीजों से लदे ट्रकों को सुरक्षित निकाला। इसके साथ ही संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके अलावा खतरे वाले इलाकों में काफिला तैनात किया गया। सुरक्षाबलों ने हिंसाग्रस्त इलाकों में मोर्चा संभाल लिया है और 107 नाके और चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं। इसमें पहाड़ी और घाटी दोनों इलाके शामिल हैं। हालांकि सुरक्षाबलों की मौजूदगी का क्षेत्र में सकारात्मक असर नजर भी आ रहा है।
इस बीच मणिपुर में हालात की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज दोपहर में दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। मणिपुर में हिंसा और तनाव के बीच एनपीपी ने रविवार को सरकार से समर्थन वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार स्थिति से निपटने में नाकाम रही हैं। इससे पहले उग्रवादियों ने 16 नवंबर को इंफाल घाटी में कई विधायकों और मंत्रियों के आवास पर धावा बोल दिया। उग्र भीड़ ने सीएम आवास को भी निशाना बनाने की कोशिश की। पुलिस ने अब तक इन मामलों में 23 लोगों को अरेस्ट किया है। प्रदेश में 10 इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं 7 जिलों में इंटरनेट बैन किया गया है।