नई दिल्ली। कोरोना (Coronavirus) के कहर ने दुनियाभर में भारी तबाही मचा दी है, जिस कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। जहां कई कंपनियां बंद होने की कगार पर भी आ गई हैंं तो वहीं कुछ ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दे दी है। ऐसे में रोजगार का संकट भी गहरा गया है, लोगों को अपना परिवार का खर्च उठाने की चिंता सता रही है।
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लोगों को इस संकट से उबारने के लिए अब मोदी सरकार ने कमर कस ली है। वह जल्द ही एक स्कीम लागू करने जा रही है, जिससे लोगों के खातों में पैसा आ जाएगा। लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिकस रकार कोरोना (Coronavirus) से प्रभावित लोगों को यूनिवर्सल बेसिक इनकम (Universal Basic Income- UBI) के जरिए मदद कर सकती है। यूनिवर्सल बेसिक इनकम एक निश्चित आय है, जो देश के सभी नागरिकों- गरीब, अमीर, नौकरीपेशा, बेरोजगार को सरकार से मिलती है। इस आय के लिए किसी तरह का काम करने या पात्रता होने की शर्त नहीं रहती।
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आदर्श स्थिति है कि समाज के हर सदस्य को जीवन-यापन के लिए न्यूनतम आय का प्रावधान होना चाहिए। कई अर्थशास्त्रियों का ये मानना है कि यूबीआई से लाखों कर्मियों को इस वक्त मदद मिल सकती है। जिन्हें खुद को घर पर आइसोलेशन में रखना पड़ रहा है। ये हर राज्य में सभी व्यस्कों के लिए बिना शर्त नियमित भुगतान का एक विकल्प है। अगर इस स्कीम की शुरुआत भारत में हो जाती है तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का रूप ले सकती है। (Coronavirus)
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बता दें कि लंदन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गाय स्टैंडिंग ने सबसे पहले गरीबी हटाने के लिए अमीर-गरीब, सबको निश्चित अंतराल पर तयशुदा रकम देने का विचार पेश किया है। उनका मानना है कि इस स्कीम का लाभ लेने के लिए किसी भी व्यक्ति को अपनी कमजोर सामाजिक-आर्थिक स्थिति अथवा बेरोजगारी का सबूत नहीं देना पड़े।