पटियालाः समाना के सरकारी सिविल अस्पताल को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, दो पक्षों में किसी बात को लेकर झड़प हो गई थी। दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष सिविल अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में भिड़ गए। बताया जा रहा हैकि दो पक्षों की आपसी लड़ाई में जमकर किरच व किरपाणें चलीं। इस दौरान दोनों पक्षों के 8 लोग घायल हो गए, जिन्हें तुरंत पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल दाखिल कराया गया। घायलों में अमृतपाल सिंह, उसका पिता बलराज सिंह, भाई विक्रमजीत सिंह व एक अन्य रिश्तेदार सुरिंदर सिंह शामिल हैं। वहीं दूसरे पक्ष से वरिंदर सिंह, जरनैल सिंह, काली, राजिंदर सिंह शामिल हैं।
सिटी समाना पुलिस की ओर से अस्पताल में घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं। थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर शिवदीप सिंह बराड़ ने कहा कि बयानों के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। दरअसल समाना के गांव फतेहपुर में किसी पुरानी रंजिश के चलते दो पक्षों में आपस में लड़ाई-झगड़़ा हो गया। इस दौरान युवक अमृतपाल सिंह घायल हो गया, जिसे उसके पारिवारिक सदस्य देर रात करीब सवा एक बजे इलाज कराने व एमएलटी कटाने के लिए समाना के सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। अभी इलाज किया ही जा रहा था कि इसी बीच दूसरे पक्ष के लोग वहां किरच व किरपाणें लेकर पहुंच गए और उन्होंने अमृतपाल सिंह व उसके परिवार के लोगों पर हमला कर दिया।
दोनों पक्षों में जमकर लड़ाई-झग़ड़ा हुआ। यहां तक कि दोनों पक्षों ने लड़ाई के दौरान एक-दूसरे पर हमला करने के लिए अस्पताल में तोड़फोड़ भी की। इस खूनी लड़ाई में इमरजेंसी के खिड़कियों के शीशे, बेड के अलावा अन्य सामान टूट गया। इस मंजर को देखकर रात में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों व अन्य स्टाफ में काफी सहम का माहौल रहा। किसी तरह से पुलिस को मामले की सूचना दी गई। जब तक पुलिस पहुंची तब तक आरोपी मौके से फरार हो चुके थे। वहीं वारदात के समय इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों ने पुलिस व सरकार से सिविल अस्पतालों में खास तौर से रात के समय सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। डाॅक्टरों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं पहले भी समाना के सिविल अस्पताल में हो चुकी हैं।