जमीनें बेचकर रायजादा ने चुकाया था बैंक कर्जा, हार देखकर बौखलाहट में है भाजपा: सुक्खू

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बोले, पूर्व भाजपा अध्यक्ष महज कठपुतली, पर्दे के पीछे वाले अपनी हार से डरे

सीएम बोले, पूर्व अध्यक्ष कभी धार्मिक डेरों के खिलाफ बोलते हैं तो कभी महिलाओं के खिलाफ करते रहे हैं असम्मानजनक टिप्पणी

ऊना/सुशील पंडित : कुटलैहड़ के समलाड़ा में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए और उसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष को ऐसे सवाल नहीं करने चाहिए जो झूठ पर आधारित हों। हमीरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा ने अपनी जमीन बेचकर बैंक में वन टाइम सैटलमैंट के तहत कर्जा उतारा है। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष को ज्यादा तेज बनकर बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, बल्कि अपनी जुबान पर काबू रखना चाहिए। सुक्खू ने कहा कि रायजादा की कुर्की होने वाली थी और उन्होंने अपनी जमीन बेचकर बैंक का कर्जा उतारा। वन टाइम सैटलमेंट बैंक करता है और किसी एक व्यक्ति के लिए यह पॉलिसी नहीं आई है।

यदि जमीने बेचकर रायजादा ने अपना कर्जा उतारा है तो उस पर सवाल नहीं होने चाहिए। बैंक हमारे द्वारा गाइड नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा अध्यक्ष अपनी पूर्व भाजपा सरकार के फैसलों और नियमों से वाकिफ नहीं है और अंधेरे में ही बयानबाजी करते फिर रहे हैं। वन टाइम सैटलमेंट भाजपा सरकार द्वारा नियम बनाया गया था, हमारी सरकार ने नहीं बनाया। यह उन्हें पता होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पूर्व अध्यक्ष कठपुतली बनकर वह ऐसे कृत्य कर रहे हैं, लेकिन पर्दे के पीछे खेल खेलने वाले अपनी हार से डरे हुए हैं। इसी के चलते इस तरह के हत्थकंडों पर उतर आए हैं।

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सुक्खू ने कहा कि वह पहले भी विवादित नेता रहे हैं। कभी धार्मिक आस्थाओं वाले डेरों के खिलाफ वह बोलते रहे हैं और कभी महिलाओं पर असम्मानजनक टिप्पणियां करते रहे हैं। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि ऐसे नेताओं को सिरीयसली नहीं लेना चाहिए जिनकी राजनीति ही झूठ पर टिकी हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी प्रत्याशी ईमानदार हैं। अपनी हार को देखकर पूरे हिमाचल में भाजपा बौखला गई है और चरित्रहनन की गंदी राजनीति पर उतर आए हैं। खरीद फरोख्त वाले प्रत्याशी भाजपा ने चुनावों में उतारे हैं और कांग्रेस ने ईमानदार प्रत्याशियों को आगे किया है।