हेल्थः अल्जाइमर रोग, याददाश्त कमजोर करने वाली बीमारी है जो मस्तिष्क के काम करने में दिक्कत पैदा करती है। अल्जाइमर रोग को भूलने का रोग भी कहा जाता है। यह डिमेंशिया की सबसे आम वजह है। इसका खतरा सबसे ज्यादा 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को होता है। हालांकि, कुछ लोगों को 65 साल से पहले भी यह बीमारी हो सकती है।
इसमें धीरे-धीरे मेमोरी और थिंकिंग स्किल्स नष्ट हो जाती हैं और लास्ट स्टेज में यह सबसे आसान काम करने की क्षमता को भी नष्ट कर देता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन एजिंग (ref) के मुताबिक, करीब 6 मिलियन से भी ज्यादा अमेरिकंस अल्जाइमर रोग से पीड़ित हैं। इसके लिए कोई इलाज नहीं है, लेकिन कुछ दवाइयों और सही देखभाल के जरिए कुछ समय के लिए लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा नियमित योग के जरिए भी अल्जाइमर के खतरे को कम किया जा सकता है।
इसमें सबसे कारगर पश्चिमोत्तानासन को माना गया है, जो मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। इसे सीटेड फॉरवर्ड बेंड पोज भी कहा जाता है डेली पश्चिमोत्तानासन योग का अभ्यास करके आप अल्जाइमर के कारकों को कम कर सकते हैं। यह तनाव को कम और मन को शांत करता है। साथ ही इससे सिर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और इनसोम्निया, डिप्रेशन और स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है।
वहीं लिस्ट में दूसरे नंबर पर वृक्षासन है। इसको इंग्लिश में ट्री पोज के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इसे करते हुए आप एक पेड़ की तरह पोज बनाते हैं। इससे केवल आपका पोस्चर और संतुलन ही बेहतर नहीं होता है, बल्कि इस योग से मानसिक शांति और एकाग्रता भी बढ़ती है। वृक्षासन की डेली प्रैक्टिस करने से मस्तिष्क के न्यूरॉन कनेक्शन मजबूत होते हैं और यह दिमाग को भटकने से रोकता है।
अल्जाइमर से बचने या इसके प्रभाव को कम करने के लिए वज्रासन की डेली प्रैक्टिस की जा सकती है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और मन को शांत और स्थिर करता है जिससे सोचने की क्षमता में भी वृद्धि हो जाती है।
डिस्क्लेमर: यह केवल सामान्य जानकारी के लिए है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।