अमृतसरः गुरमीत राम रहीम को आज 30 दिनों के लिए पैरोल मिली है। वहीं राम रहीम को 12वीं बार मिली पैरोल को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के हेड ग्रंथी मलकीत सिंह द्वारा सवाल उठाए गए। उन्होंने राम को मिली पैरोल को लेकर कहा कि जानबूझकर सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। राम रहीम डेरा प्रमुख को लगातार पैरोल दी जा रही है और पैरोल देने के बाद अब एक बार फिर सिख संगतों में गुस्सा देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से जेल में बंद और सजा पूरी कर चुके बंदी सिंह को सरकार और प्रशासन द्वारा पैरोल नहीं दी जा रही है, लेकिन पैरोल पर डेरा राम रहीम को बार-बार पैरोल मिल रही है। हेड ग्रंथी सिंह ज्ञानी मलकीत सिंह ने डेरा प्रमुख राम रहीम की पैरोल की निंदा करते हुए कहा कि एक तरफ बंदी सिंहों को पैरोल न देकर सिखों के साथ धोखा किया जा रहा है। दूसरी ओर, बलात्कारी डेरा प्रमुख पर बार-बार राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की जा रही है, उन्होंने कहा कि उधर, किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं, सरकार को उनकी जायज मांगों को स्वीकार करना चाहिए।
बता दें कि लगातार गुरमीत राम रहीम को पैरोल मिल रही है और लंबे समय से सजा काट रहे बंदी सिंहों की रिहाई के लिए सरकार और प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिसे लेकर एक बार फिर श्री अकाल तख्त साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सिर्फ और सिर्फ वोटों की राजनीति के कारण राम रहीम को पैरोल दी जा रही है। अब देखना होगा कि राम रहीम की सुनवाई के दौरान ये मुद्दा कितना गर्माता है।