मोहालीः पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) को शुक्रवार को नया प्रधान मिल गया। पूर्व मंत्री अमन अरोड़ा को प्रधान बनाया गया है। जबकि शैरी कलसी को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया है। CM भगवंत मान ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी। सीएम भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि आज मैंने पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी अपने दो करीबी साथी कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और विधायक अमनशेर सिंह शैरी कलसी को सौंप दी है। पार्टी ने फैसला किया है कि अमन अरोड़ा पार्टी अध्यक्ष और शैरी कलसी वर्किंग प्रेसीडेंट के तौर पर काम करेंगे।
मुझे अपने दोनों साथियों पर पूरा विश्वास है कि वे आने वाले समय में पार्टी और संगठन को पंजाब में और मजबूत करेंगे और नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे। ज्ञात हो कि इससे पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पिछले दिनों पंजाब में चार सीटों पर चल रहे उपचुनाव में प्रचार के दौरान प्रधान पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। तभी से यह अटकलें लगनी शुरू हो गई थी कि पार्टी किसी नए नेता को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है।
हिंदू चेहरे के तौर पर अमन अरोड़ा प्रधान बनाए गए हैं। अमन अरोड़ा लंबे समय तक कांग्रेस से भी जुड़े रहे। उनके पिता स्वर्गीय बाबू भगवान दास अरोड़ा कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे थे।1992 और 1997 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करके बाबू भगवान दास अरोड़ा ने सियासत में अपना दमखम दिखाया। हालांकि साल 2000 में उनका निधन हो गया। इसके बाद अमन अरोड़ा ने उनकी सियासी विरासत संभाली। आम आदमी पार्टी ने पंजाब में हिंदू और सिख के कॉम्बिनेशन की प्रक्रिया को अपनाया है।
इसमें सिख चेहरे के तौर पर भगवंत मान मुख्यमंत्री होंगे। इससे पहले कांग्रेस इस फॉर्मूले पर काम करती थी। उनकी सरकार में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री रहे तो प्रधान हिंदू चेहरे सुनील जाखड़ को बनाया गया था। अमन अरोड़ा संगरूर जिले के सुनाम से दूसरी बार के विधायक हैं। हालांकि दोनों बार उन्हें AAP की टिकट पर कामयाबी मिली। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए 2007 और 2012 का विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए। अमन अरोड़ा को प्रधान जैसे पद की जिम्मेदारी के बीच उनका मंत्री को लेकर सिलेक्शन चौंकाने वाला रहा।
2022 में जब AAP ने पंजाब की 117 में से 92 सीटें जीतीं तो तब उनका मंत्री बनना तय था। हालांकि पहली कैबिनेट से उनका नाम गायब रहा। मंत्री न बनाए जाने पर अमन अरोड़ा ने कहा था कि मेरी कोई कमी रह गई होगी, जो मेरा नाम रह गया। मैं उसे दूर करूंगा। मैं पार्टी का छोटा वर्कर हूं और पार्टी जहां भी ड्यूटी लगाएगी। वह काम करूंगा। इसके बाद जब कैबिनेट विस्तार हुआ तो उन्हें मंत्री बनाया गया।