मोहालीः अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मामले की जानकारी दलजीत सिंह चीमा ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने अपना इस्तीफा वर्किंग कमेटी को सौंप दिया है। वहीं सुखबीर बादल के इस्तीफा पटियाला पंथक सुधार लहर के नेता प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदू माजरा ने सुखबीर सिंह बादल के फैसले को लेकर कहा कि देर आए दुरुस्त आए।
उन्होंने कहा कि अगर सुखबीर सिंह बादल पहले ही यह फैसला कर ले लेते तो आज पंजाब में एक पंजाब और 5 हितैषी पार्टी शिरोमणि अकाली दल और भी मजबूत होती। उन्होंने कहा कि हम अकेले ही नहीं अकाली दल के प्रधान से इस्तीफे की मांग कर रहे थे, बल्कि अकाली दल सुधार लहर के नेता सहित समूचा पंजाब भी सुखबीर बादल से इस्तीफे की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज झूंदा कमेटी की सिफारिश भी लागू हो गई है।
चंदू माजरा ने कहा कि पंथक शक्तियां बिखरी हुई थी, जिसके चलते पंजाबी युवाओं की जवानी जेलों में व्यतीत हो रही है और किसानी खेतों में बर्बाद हो रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ की जमीन हरियाणा विधानसभा बनाने को लेकर दी जा रही है और डैम पर कब्जा केंद्र द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब की कोई सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे में एक खेत्री पार्टी की जरूरत थी, जिसके लिए सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा देने जरूरी बनता था।
उन्होंने कहा कि माना जा रहा था कि अगर सुखबीर बादल इस्तीफा दें दें तो एक अच्छी शक्तिशाली पंजाब हितैशी लीडरशीप लाने के लिए जत्थेदार साहिबान को भी रास्ता मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि आज पंथ की फरियाद जत्थेदार साहिबान के पास पहुंची है। उन्होंने कहा कि नए लीडर और पंथ को नई राह के लिए भी जत्थेदार साहिबान ने देखकर उसका फैसला करना है।