Highlights:
- दुर्घटना में बाप-बेटे की मौत: गाड़ियों की रेस के दौरान XUV की टक्कर से बाप और उसके बेटे की जान चली गई।
- पुलिस कार्रवाई में कमी: गाड़ी का नंबर होने के बावजूद पुलिस अभी तक चालकों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है।
- CCTV फुटेज से खुलासा: घटनास्थल पर 3 गाड़ियों की मौजूदगी से स्थिति स्पष्ट होती है, जिससे यह सवाल उठता है कि पुलिस मामले में प्रभावी कदम क्यों नहीं उठा रही है।
जालंधर, ENS: Model Town में स्थित Thind Hospital के पास 2 पहले रात को 12 बजे गाड़ियों की रेस में XUV की टक्कर होने से बाप-बेटे की मौत हो गई थी। वहीं इस मामले में पुलिस ने गाड़ी का नंबर होने के बावजूद अज्ञात के खिलाफ बीते दिन मामला दर्ज किया है। लेकिन अभी तक कार चालकों की गिरफ्तारी तो दूर पुलिस चालकों के बारे पता नहीं कर पाई है।
इस घटना में बताया जा रहा था कि XUV में एक व्यक्ति सवार था जोकि घटना के बाद Thar में सवार होकर मौके से फरार हो गया। लेकिन अगर घटना स्थल की पहली CCTV फुटेज देखी जाए तो उसमें खुलासा हुआ है कि 2 गाड़ियों में नहीं बल्कि 3 गाड़ियां घटना स्थल से स्पीड से गुजरी थी। जिसमें एक पहले सफेद रंग की गाड़ी निकलती है, उसके बाद थार निकलती है, वहीं XUV चालकों को रास्ता ना मिलने के चलते उनकी गाड़ी की ब्रेजा गाड़ी से टक्कर हो जाती है। जिसके बाद भीषण हादसे में बाप-बेटे की मौत जाती है।
वहीं घटना स्थल से मिली दूसरी CCTV Footage में एक ओर खुलासा हुआ है। हालांकि कहा जा रहा था कि XUV में सवार एक व्यक्ति था जोकि थार में सवार होकर फरार हो गया। जबकि गाड़ी में दोनों सीटों के पास खून के निशान मिले है। वहीं CCTV फुटेज में भी देखा जा सकता है कि घटना के बाद XUV से 2 लोग बाहर निकलते है और बिना किसी डर के गाड़ी से सामान निकालकर मौके से फरार हो जाते है। इस दौरान घटनास्थल पर लोग भी एकत्रित होते हैं, लेकिन किसी ने भी उक्त गाड़ी में सवार लड़कों को पकड़ने की कोशिश नहीं की। बताया जा रहा है कि घटना के बाद XUV सवार दोनों घायल हुए और प्राथमिक उपचार के लिए डॉक्टर के पास भी गए होंगे, उसके बावजूद पुलिस की गिरफ्त से दोनों दूर है।
हैरानी की बात यह है कि DGP गौरव यादव के आदेशों के बाद क्राइम पर नकेल कसने के लिए सभी चौंको पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए है। लेकिन इस CCTV कैमरे की मदद से अभी तक पुलिस कार सवार चालकों तक क्यों नहीं पहुंच पाई। वहीं थार में सवार व्यक्ति दोनों घायलों को लेकर घटना स्थल से चला जाता है 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस उस तक भी नहीं पहुंच पाई। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि घटना में कार नंबर की जांच पर मॉडल हाउस के रहने वाले कार मालिक संदीप वर्मा के नाम पर रजिस्ट्रर है। जबकि मृतक की बेटी रिषिता के बयान पर मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन अभी तक पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में असफल है।