- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंडी में काम करने वाले श्रमिकों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। उन्होंने मंडी श्रम शुल्क में ₹1 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है, जिससे राज्य पर ₹18 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
पंजाब, (चंडीगढ़) 1 अक्टूबर, 2024: धान खरीद सीजन के दौरान मंडियों में काम करने वाले मजदूरों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा करते हुए, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को मंडी श्रम शुल्क में ₹1 प्रति क्विंटल की वृद्धि की। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा एक बैठक के दौरान की, जिसमें वर्तमान धान खरीद प्रक्रिया पर चर्चा की गई। इस बढ़ोतरी से राज्य के खजाने पर ₹18 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय मजदूरों की मेहनत का सम्मान करते हुए लिया गया है, जिससे मंडियों में धान की सुचारू खरीद और उठान में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, उन्होंने राज्य के मंत्रियों और विधायकों को निर्देश दिए कि वे मंडियों का दौरा करें और सुनिश्चित करें कि किसानों की फसलें समय पर खरीदी और उठाई जाएं।
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों (DCs) को निर्देशित किया कि वे मंडियों में किसी भी प्रकार की अतिक्रमण की स्थिति न होने दें और साफ-सफाई बनाए रखें, ताकि धान के सीजन के चरम समय में मंडियों में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने बताया कि धान की खरीद पहले ही शुरू हो चुकी है और आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की उम्मीद है।
भगवंत मान ने यह भी कहा कि राज्य सरकार चावल मिलर्स की वास्तविक मांगों को लेकर केंद्र सरकार से बातचीत कर रही है। राज्य सरकार ने 185 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा है, जो कि 32 लाख हेक्टेयर में फैले धान की खेती से प्राप्त होगा। इसके लिए ₹41,378 करोड़ का नकद ऋण (CCL) पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किया जा चुका है।
धान की खरीद इस सीजन के लिए निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹2320 प्रति क्विंटल पर की जाएगी, और राज्य की एजेंसियां, जैसे पनग्रेन, मार्कफेड, पंसुप और एफसीआई, यह खरीद करेंगी। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार ने किसानों की उपज के तत्काल भुगतान की व्यवस्था की है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।