जालंधर, ENS: देश भर में आज शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मनाया जा रहा है। वहीं उनका दिया हुआ नारा “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है” आजादी के 77 साल बाद भी यह नारा रग-रग में देशभक्ति और जुनून भर देता है। भारत के महान इतिहास में कई वीर सपूतों का नाम दर्ज है, जिनमें से एक भगत सिंह आज भी अपने जज्बे और देश के लिए अपने प्यार के लिए याद किए जाते हैं। 28 सितंबर, 1907 में पश्चिमी पंजाब (वर्तमान में पाकिस्तान) में जन्मे भगत सिंह से देशभक्त की एक ऐसी मिसाल कायम की, जिसका उदाहरण आज भी लोग देते हैं।
देश की आजादी की लड़ाई में अपना अहम योगदान देने वाले भगत सिंह ने 24 साल की छोटी से उम्र में शहादत को गले लगा लिया था। वहीं आज भगत सिंह चौंक पर कांग्रेस द्वारा उनका दिवस मनाया गया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राजिंदर बेरी ने बताया कि आज उनका जन्मदिवस धूमधाम से मना रहे है। इस दौरान उन्होंने संदेश दिया हैकि शहीद भगत सिंह ने देश के प्रति अपना जीवन नौच्छावर कर दिया था। उन्होंने कहा कि जिन शहीदों ने अपनी कुर्बानियां देकर देश को आजाद करवाया है, ऐसे में उनके आदर्शों पर युवा पीढ़ी को चलना चाहिए और नशों से दूर रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह ने अपनी बहादुरी और देश की आजादी के लिए अपनी दीवानगी से उन्होंने अंग्रेजी सरकार की जड़े हिला दी थी। अपना जीवन भारत पर न्यौछावर करने वाले भगत सिंह ने 23, 1931 में हंसते हुए फांसी को गले लगाया था। उन्होंने कहा कि उनकी शहादत बेकार नहीं गई और उनकी लगाई आजादी की चिंगारी ने आग बनकर पूरे ब्रिटिश शासन को जला डाला। उनके जोश से भरपूर विचार आज भी लोगों को जिंदादिली से भर देते हैं।
वहीं भ्रष्टाचारी और शहीदों के नाम पर बने चौंक को लेकर नगर निगम पर तंज कसते हुए राजिंदर बेरी ने कहा कि आप किसी भी चौंक पर जाकर देख लें नगर निगम द्वारा कहीं भी साफ-सफाई नहीं हो रही। उन्होंने कमिश्नर से अपील की है कि प्रशासन शहीदों की प्रतिमा की सफाई की ओर ध्यान दें। वहीं शहर में बढ़ रहे क्राइम को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आज हालात यह हो गए है कि सारा शहर अंधेरे में है। शहर में काफी समय से स्ट्रीट लाइटे बंद पड़ी है।