नई दिल्लीः Telegram एप्प का इस्तेमाल कर रहे यूजर्स के लिए अहम खबर सामने आई है। दरअसल, यूक्रेन ने Telegram एप्प पर बैन लगा दिया है। यूक्रेन का कहना है कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सरकारी और सेना के अधिकारियों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। यूक्रेन का दावा है कि टेलीग्राम के जरिए रूस उसके देश पर जासूसी कर रहा है। यूक्रेन के नेशनल सिक्योरिटी ऐंड डिफेंस काउंसिल ने इसका एलान किया है।
कुछ दिनों पहले यूक्रेन की जीयूआर मिलिटरी इंटेलिजेंस एजेंसी ने बताया था इस प्लेटफॉर्म के जरिए रूस, यूक्रेन पर जासूसी कर रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वय केंद्र ने कहा कि उसने सरकारी कर्मचारियों, सैन्य कर्मियों, सुरक्षा और रक्षा कर्मचारियों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के कर्मचारियों के आधिकारिक उपकरणों के लिए प्रतिबंध जारी किया है। प्रतिबंध की घोषणा शुक्रवार को यूक्रेन की सुरक्षा और रक्षा परिषद ने फेसबुक पर एक बयान में की।
इस प्रतिबंध का ऐलान यूक्रेन की जीयूआर सैन्य खुफिया एजेंसी के प्रमुख किरिलो बुडानोव द्वारा परिषद के सामने यह साबित करने के बाद लगाया गया कि रूस की स्पेशल सर्विसेज टेलीग्राम में सेंध लगा सकती हैं। परिषद के बयान में कहा गया है कि यह प्रतिबंध केवल आधिकारिक उपकरणों पर लागू होगा, जबकि आम जनता पर इस प्रतिबंध का असर नहीं होगा। टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल यूक्रेन और रूस दोनों में काफी अधिक है। फरवरी 2022 में रूसी आक्रमण के बाद से महत्वपूर्ण इन्फॉर्मेशन सोर्स बन गया है। हालांकि, यूक्रेनी सुरक्षा अधिकारियों ने युद्ध के दौरान इसके उपयोग को लेकर कई बार चिंता जताई है।
बुडानोव ने एक बयान में कहा, “मैं हमेशा विचारों की स्वतंत्रता का समर्थन करता हूं, लेकिन टेलीग्राम का मुद्दा स्वतंत्रता का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का है।” टेलीमेट्रियो डेटाबेस के अनुसार, यूक्रेन में लगभग 33,000 सक्रिय टेलीग्राम चैनल हैं। राष्ट्रपति वोलोडदिमिर जेलेंस्की, जो सुरक्षा परिषद में हैं, और अन्य सैन्य कमांडर नियमित रूप से टेलीग्राम चैनलों पर युद्ध की अपडेट्स और महत्वपूर्ण निर्णय साझा करते हैं। यूक्रेनी मीडिया के अनुसार, लगभग 75% यूक्रेनी इस ऐप का उपयोग करते हैं और 72% इसे सूचना का एक प्रमुख स्रोत मानते हैं।