बटालाः पंजाब पुलिस ने हाई-प्रोफाइल बटाला गोलीबारी घटना के सिलसिले में प्रतिबंधित खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के सदस्यों की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। इस घटना में जून में बटाला में शिवसेना नेता राजीव महाजन और उनके रिश्तेदारों पर हमला किया गया था। गोलीबारी बटाला के नीलम टीवी सेंटर में हुई थी, जहां दो अज्ञात नकाबपोश हमलावरों ने राजीव महाजन पर गोलियां चला दीं, जिससे वह, उनके चाचा और चचेरे भाई घायल हो गए। जांच में सीमा पार कनेक्शन वाले केएलएफ सदस्यों की संलिप्तता का पता चला।
जानकारी मुताबिक, इस घटना को अंजाम देने वालों में प्राथमिक साजिशकर्त्ता के रूप में तब केएलएफ के एक प्रमुख सदस्य इंद्रजीत सिंह बाजवा का नाम सामने आया था। बाजवा ने रणजोध सिंह उर्फ बाबा (कनाडा में रहने वाले) के साथ मिलकर कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की मौत का बदला लेने के लिए हमले की साजिश रची थी।
तरनतारन के रायशियाना गांव के रेड लाइन इलाके में इंद्रजीत सिंह और उनके पिता कुलवंत सिंह का 32 मरला का घर आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया गया था। संपत्ति अब यूएपीए तहत जब्त कर ली गई है। वहीं किला संतोख सिंह गांव तरनतारन का 7.11 मरला घर और 16.5 मरला कृषि भूमि, जो जश्नप्रीत सिंह के नाम पर पंजीकृत है, को भी कुर्क किया गया है। केएलएफ के एक अन्य सदस्य जश्नप्रीत ने इन परिसरों से हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में मदद की।
जांच के दौरान दलबीर सिंह उर्फ जस्सा, लखविंदर सिंह, देव सिंह, जगदीश सिंह और अमित सहित आरोपियों के एक बड़े नेटवर्क का पता चला। ये सब कनाडा में लिंक वाले एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का हिस्सा थे, जो पंजाब में आतंकी अभियानों को बढ़ावा दे रहा था। रणजोध सिंह उर्फ बाबा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए अंतरराष्ट्रीय संबंध को और उजागर किया था।
एसएसपी बटाला सोहेल कासिम मीर ने कहा कि संपत्तियों को जब्त करना राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों और संगठनों को एक कड़ा संदेश देती है।