
चंडीगढ़। पंजाब में बिजली उपभोक्ता अब समय पर बिल नहीं भरेंगे तो उनके घर की बत्ती गुल हो जाएगी। यह व्यवस्था पंजाब में लगने वाले स्मार्ट मीटरों में होगी। पावरकॉम पटियाला से इन स्मार्ट मीटरों को लगाए जाने की शुरुआत करेगा। पहले चरण में 4.5 लाख उपभोक्ताओं के घरों में ये स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
पावरकॉम अब बिजली को स्मार्ट तरीके से घर-घर पहुंचाने में जुट गया है। इसके तहत घरों में बिजली का स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू होगा। पावरकॉम ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। मीटर लगाने के काम से पहले पावरकॉम की ओर से पटियाला स्थित एमई लैब में स्मार्ट मीटरों की टेस्टिंग का काम पूरा हो चुका है। पहले चरण में सिंगल और तीन फेस के 4.5 लाख स्मार्ट मीटरों का ऑर्डर पावरकॉम ने दिया है।
इन स्मार्ट मीटरों के लगाए जाने के पीछे पावरकॉम का उद्देश्य बिजली वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और निपुणता लाना है। स्मार्ट मीटर में मोबाइल की तरह पोस्टपेड, प्रीपेड दोनों सुविधाएं रहेंगी। उपभोक्ता 50 रुपये से लेकर खपत तक अमाउंट का रिचार्ज करवा सकेंगे। खास बात यह भी होगी कि उपभोक्ता को जरूरत न होने पर मीटर बंद भी कर सकेंगे।
पावरकॉम को भी इन स्मार्ट मीटरों के लगने से बिजली चोरी, लोड सिस्टम, बिल मिलना, भरना आदि झंझट से मुक्ति मिल सकेगी। पावरकॉम के प्रवक्ता ने बताया कि नया मीटर लगने के बाद अगर तय अवधि तक बिजली का बिल जमा नहीं हुआ तो बिजली आपूर्ति अपने आप बंद हो जाएगी। जब उपभोक्ता बिल जमा करेगा तो आपूर्ति सुचारु हो जाएगी।
पंजाब के घरों में लगने वाले बिजली के स्मार्ट मीटरों में कई और खासियतें होंगी। घर में अगर तय लोड से अधिक बिजली प्रयोग की जाएगी तो आपूर्ति बंद हो जाएगी। लोड नियंत्रण के बाद ही आपूर्ति सुचारु होगी। इसके साथ ही किस ट्रांसफार्मर से कितनी बिजली भेजी गई, कहां कितनी खपत हुई, इसका भी मीटरों में लेखा-जोखा होगा। घरों में मीटर की रीडिंग लेने कोई कर्मचारी नहीं आएगा, बिजली दफ्तर से ही रीडिंग देख ली जाएगी।
पावरकॉम दावा करता रहा है कि अभी पंजाब में 30 फीसदी बिजली चोरी होती है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली चोरी पर अंकुश लग सकेगा। अभी मीटर पर रीडर भी बिजली बिल में सेटिंग कर लेते थे और बिल ज्यादा या कम कर देते थे अब वह भी ऐसा नहीं कर पाएंगे। साथ ही विभाग भी मनमाना बिल नहीं भेजा पाएगा, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।