मृतक गोबिंदा के 3 बच्चों का बोझ उसके बुजुर्ग माता-पिता के कंधों पर आया
फिरोजपुरः हाल ही में फिरोजपुर में एक भयानक सड़क हादसा हो गया था जिसमें करीब 12 वेटरों की मौत हो गई और लगभग 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना में मरे 5 बहनों के इकलौते भाई सुखविंदर और गोबिंदा के परिवार की हालात दयनीय है। सुखविंदर के परिवार ने बताया कि सुखविंदर 5 बहनों का इकलौते भाई था। घर पर पैसा कमाने वाला अब कोई नहीं है। उनका बूढ़ा बाप है। परिवार की आजीविका पूरी तरह सुखविंदर की कमाई से चलती थी। अब घर की स्थिति बहुत ही खराब हो गई है। घर वाले इस बात से चिंतित हैं कि उसके बच्चों का पालन-पोषण कैसे होगा और घर कैसे चलेगा?
उधर, मृतक गोबिंदा के घर का भी यही हाल था। परिजनों ने बताया कि गोबिंदा की पत्नी नहीं है और बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया है। उसके 3 बच्चे हैं जिसका बोझ उनके बुजुर्ग माता-पिता के कंधों पर आ गया है। भले ही आप स्वयं चल सकें, फिर भी पैसा कमाना संभव नहीं है। उन्होंने मांग की कि उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जाए ताकि उनका घर सुचारू रूप से चल सके और उनके बच्चों का पालन-पोषण हो सके।
पंजाब सरकार ने उनकी मदद करने की घोषणा की हुई है। वहीं जलालाबाद के पूर्व विधायक व प्रमुख समाजसेवी रमिंदर सिंह आवला भी प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आए हैं जिन्होंने अपनी जेब से मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए के चैक दिए हैं।
पूर्व विधायक रमिंदर आवला ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका दुख साझा किया और उन्हें चैक देकर मदद भी की। बातचीत के दौरान पूर्व विधायक रमिंदर आवला ने कहा कि वह इस दुखद घटना में हर संभव सहायता के लिए पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग घायल हैं उन्हें भी 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ परिवारों के बच्चों को नौकरी की जरूरत है, वे उनके बच्चों को भी नौकरी देने जा रहे हैं। यदि इन परिवारों को किसी और सहायता की आवश्यकता होगी तो वह उनके साथ खड़े हैं।