अमृतसरः 35 साल पुराने भगवान वाल्मीकि जी के मंदिर और साथ बनी दरगाह को तोड़ने का मामला गरमा गया है। जिसके बाद पूरे वाल्मीकि समाज में रोष पाया जा रहा है। वाल्मीकि समाज के लोगों ने बताया कि निगम अधिकारियों की मिलीभगत से यह मंदिर और दरगाह तोड़ी गई है। यह सिर्फ एक होटल की सुंदरता को बढ़ाने के लिए कदम उठाया गया है।
वाल्मीकि समाज के नेताओं का कहना है कि पंजाब गुरु-पीरों की धरती है। यहां के लोगों की भावनाएं धर्म के साथ जुड़ी हुई है। प्रशासन की इस कार्रवाई से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। जिसके बाद पूरा समाज धऱने पर बैठ गया है। उन्होंने कहा कि जब तक निगम अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की जाती उनका धऱना जारी रहेगा।