
फरीदकोटः कोटपूरा रोड पर स्थित डेरा बाबा पीर रोडेशाह जी की प्रबंधकीय समिति और अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगे है। दरअसल, आस-पास के गांवों के लोगों और कुछ श्रद्धालुओं ने डेरा को मिलने वाले चढ़ावे में हेरफेर करने के आरोप लगाए हैं। लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रबंधक समिति ने साल 2001 के बाद रजिस्ट्रार कार्यालय में कोई अपडेट नहीं करवाई है और न ही समिति की सालाना चुनाव करवाया जा रहा है। आरोप हैं कि डेरा की प्रबंधकीय समिति द्वारा डेरे की गोलक के पैसे में हेरफेर की जा रही है और इसका कोई हिसाब-किताब भी नहीं रखा जा रहा।
लोगों को शक है कि समिति का कथित अध्यक्ष प्रणाम सिंह मोड़ हेरफेर कर रहा है। उनका कहना है कि पिछले दिनों भी गोलक को रात के समय चोरी-छिपे खोला गया था, इसका पता जब आस-पास के गांवों की संगत को चला तो सभी मौके पर पहुंचे और जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद यह पैसा फिर से गोलक में डाल दिया गया। लोगों ने मांग की कि प्रशासन इस डेरा के सभी रिकॉर्ड की जांच करे और डेरा के प्रबंधन में हो रही धांधलियों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
दूसरी ओर इस मामले को लेकर जब डेरा समिति के अध्यक्ष प्रणाम सिंह मोड़ से बात की गई, तो उन्होंने स्थानीय लोगों और उन पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ये लोग वे हैं जिनसे उनकी व्यक्तिगत रंजिश है। इसलिए वे बाबा रोडेशाह जी के डेरा को ढाल बनाकर उस पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि समिति सब रजिस्ट्रार फरीदकोट के पास रजिस्टर्ड है, अपडेट भी है और सोसाइटी का बकायदा खाता खुला हुआ है। उन्होंने कहा कि वह तो डेरा पर अपनी जेब से खर्च करते हैं, डेरा का पैसा कभी नहीं खाया। उन्होंने कहा कि ये सभी उनके निजी विरोधी हैं और व्यक्तिगत द्वेष निकालने के लिए उन पर आरोप लगा रहे हैं, जिनमें कुछ भी सच्चाई नहीं है।