
अमृतसरः शक्ति की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्र की शुरूआत हो गई है जिसका समापन 6 अप्रैल को होगा। ये चैत्र शुक्ल पक्ष की वासंतिक नवरात्र है। चैत्र नवरात्र से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत भी होती है। आज पहले नवरात्र पर माता दुर्गा के प्रथम स्वरूप माता शैल पुत्री की पूजा की जाती है। इसी के चलते मंदिरों में भक्तों का हजूम उमड़ा। अमृतसर के माता शीतला के प्राचीन मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और देवी की पूजा अर्चना कर रहे हैं।
प्राचीन शीतला माता मंदिर काफी ऐतिहासिक है, यह मंदिर कई साल पुराना बताया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि माता पार्वती जी इस मंदिर में आती थीं और माता जी की पूजा अर्चना करती थीं।
प्राचीन शीतला माता मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज का दिन बहुत खास है। उन्होंने कहा कि इस दिन ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि की रचना की थी। पुजारी ने बताया कि इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं और माता को कच्ची लस्सी का भोग लगाते हैं। उन्होंने कहा कि दुर्ग्याणा मंदिर कमेटी की ओर से भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें इस मंदिर में आकर काफी शांति मिलती है। ओडिशा से आए एक श्रद्धालु ने बताया कि वह तीसरी बार यहां आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस मंदिर में आकर काफी सुकून मिलता है तथा इस मंदिर में आने से उनकी हर मनोकामना पूरी होती है।
