
गुरदासपुरः नगर सुधार ट्रस्ट की स्कीम नंबर-7 में स्थित एक वाणिज्यिक भूमि पर बनी इमारत शहरवासियों के लिए चर्चा का विषय बन गई है। जानकारी के अनुसार, नगर सुधार ट्रस्ट की टीम संबंधित अधिकारियों और भूमि के मालिकों के साथ मिलकर इमारत को तोड़ने के लिए तैयार थी, लेकिन कब्जेदार के विरोध के कारण यह कार्रवाई नहीं हो सकी। 40 मरले की भूमि और इसके कुछ हिस्से पर बनी इमारत की मालिकाना हक को लेकर दो भाई अपने-अपने दावे पेश कर रहे हैं।
एक पक्ष दिनेश कुमार का कहना है कि भूमि नगर कौंसिल द्वारा अधिग्रहित की गई है और इस पर बनी इमारत को तोड़ने के आदेश संबंधित विभाग के मंत्री और उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं, लेकिन उसका भाई रूपेश कुमार, जो इस जगह पर कब्जा किए हुए है।
दूसरी ओर, रूपेश कुमार का कहना है कि उसका भाई दिनेश कुमार सिर्फ आठ मरले का मालिक है, जबकि बाकी 32 मरले की जमीन उनके नाम है। नगर सुधार ट्रस्ट बिना उन्हें मुआवजा दिए उनकी इमारत को नुकसान पहुंचा सकता है। दोनों पक्षों द्वारा विभिन्न प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई हैं।
उधर, नगर सुधार ट्रस्ट के कार्य साधक अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि उन्होंने आज उच्च अधिकारियों द्वारा नियमों के तहत मिलीं हिदायतों के अनुसार उक्त इमारत को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जानी थी। लेकिन मौके पर कई कारणों से यह काम आज पूरा नहीं हो सका और इस पक्ष द्वारा और समय मांगा गया है, जिसके तहत आज उन्हें कुछ समय बढ़ा दिया गया है। लेकिन जल्दी ही इसे तोड़ दिया जाएगा।