
अमृतसरः श्री केसगढ़ साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज की ताजपोशी को लेकर अब सिख पंथ में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। दूसरी ओर श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार और श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज की ताजपोशी को लेकर और मर्यादा को लेकर कई तरह के सवाल उठाए।
देश-विदेश से उन्हें फोन करके इस बारे में पूछा भी जा रहा है, लेकिन वह व्यक्तिगत तौर पर इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, वह नहीं चाहते कि बाबा बुड्ढा साहिब जी की पवित्र गद्दी पर बैठे दरबार साहिब और हेड ग्रंथी पर कोई टिप्पणी की जाए। उन्होंने कहा कि अगर मर्यादा की बात की जाए तो वह संगत को यह जानकारी देना चाहेंगे कि जब किसी जत्थेदार की नियुक्ति होती है, तो उनकी ताजपोशी बड़े ही सम्मान के साथ की जाती है।
पहले इस बारे में अखबारों में विज्ञापन दिए जाते हैं और बाद में निहंग सिंह जत्थेबंदियों, टकसालों और संप्रदायों और संत महापुरुष उदासी निरमले सभी को संदेश भेजे जाते हैं कि इस जगह पर जत्थेदार साहिब की ताजपोशी की जानी है और उसके बाद बाकायदा गुरु की हजूरी में गुरमत समागम होता है। ऐसी कुछ और भी रस्में निभाने के बाद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की ताजपोशी होती है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में जो हुआ उससे संगत के मन को ठेस पहुंची है और यह मर्यादा की उल्लंघना है।